किम जोंग (फाइल फोटो)
सोल:
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने मध्यम-दूरी की एक नई शक्तिशाली मिसाइल के सफल परीक्षण की सराहना करते हुए कहा है कि यह प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के सैन्य अड्डों के लिए एक सीधा खतरा है।
उत्तर कोरिया की क्षमता को बढ़ाया
सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए की खबर के अनुसार, बुधवार को हुए मसदान मिसाइल के परीक्षण की खुद निगरानी करने वाले किम ने कहा कि यह एक ‘बड़ा अवसर’ है, जिसने खतरे की स्थिति में अपनी ओर से पहले परमाणु हमला करने की, उत्तर कोरिया की क्षमता को बढ़ाया है।
अमेरिका पर हमला करने के लिए क्षमता..
किम के हवाले से कहा गया, प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकियों पर समग्र और व्यवहारिक ढंग से हमला करने के लिए हमारे पास सुनिश्चित क्षमता है। मसदान की मारक क्षमता 2500 से 4000 किलोमीटर के बीच की है। न्यूनतम दूरी के तहत दक्षिण कोरिया और जापान इसकी जद में आते हंै जबकि उपरी सीमा के तहत गुआम स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे इसकी पहुंच में आ जाते हैं।
जापान सागर में 400 किलोमीटर तक उड़ी
हाल के महीनों में मिली कुछ विफलताओं के बाद उत्तर कोरिया ने दो मसदान मिसाइलों का परीक्षण किया। इनमें से एक जापान सागर में 400 किलोमीटर तक उड़ी।
केसीएनए ने कहा कि मिसाइल को ऊंचे कोण पर दागा गया था ताकि वह अपनी अधिकतम दूरी तक जा सके। वह अधिकतम 1400 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई।
सफल रहा प्रयोग
एजेंसी ने कहा, ‘‘इस प्रायोगिक परीक्षण का आयोजन सफलतापूर्वक कर लिया गया और इससे आसपास के देशों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उत्तर कोरिया की क्षमता को बढ़ाया
सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए की खबर के अनुसार, बुधवार को हुए मसदान मिसाइल के परीक्षण की खुद निगरानी करने वाले किम ने कहा कि यह एक ‘बड़ा अवसर’ है, जिसने खतरे की स्थिति में अपनी ओर से पहले परमाणु हमला करने की, उत्तर कोरिया की क्षमता को बढ़ाया है।
अमेरिका पर हमला करने के लिए क्षमता..
किम के हवाले से कहा गया, प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकियों पर समग्र और व्यवहारिक ढंग से हमला करने के लिए हमारे पास सुनिश्चित क्षमता है। मसदान की मारक क्षमता 2500 से 4000 किलोमीटर के बीच की है। न्यूनतम दूरी के तहत दक्षिण कोरिया और जापान इसकी जद में आते हंै जबकि उपरी सीमा के तहत गुआम स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे इसकी पहुंच में आ जाते हैं।
जापान सागर में 400 किलोमीटर तक उड़ी
हाल के महीनों में मिली कुछ विफलताओं के बाद उत्तर कोरिया ने दो मसदान मिसाइलों का परीक्षण किया। इनमें से एक जापान सागर में 400 किलोमीटर तक उड़ी।
केसीएनए ने कहा कि मिसाइल को ऊंचे कोण पर दागा गया था ताकि वह अपनी अधिकतम दूरी तक जा सके। वह अधिकतम 1400 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई।
सफल रहा प्रयोग
एजेंसी ने कहा, ‘‘इस प्रायोगिक परीक्षण का आयोजन सफलतापूर्वक कर लिया गया और इससे आसपास के देशों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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