इस्लामाबाद:
अमन की दूत 14 साल की मलाला पर हमले के मामले में चार लोग गिरफ़्तार किए गए हैं। इनमें एक महिला है। मलाला की हालत अब भी गंभीर है और देशभर में दुआ के लिए हाथ उठे हैं।
तालिबान द्वारा सिर में गोली मारे जाने के बाद पाकिस्तान की 14-वर्षीय कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई सैन्य अस्पताल में भर्ती है और उसके स्वास्थ्य के लिए अगले 48 घंटे अहम हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
मेजर जनरल सलीम बाजवा ने में बताया, मस्तिष्क रोग विशेषज्ञों और गहन चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार मलाला की हालत संतोषजनक है, लेकिन उसके लिए अगले 36 से 48 घंटे नाजुक हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में 14-वर्षीय मलाला अब भी वेंटिलेटर पर है। उसे वहां पेशावर से हेलीकॉप्टर के जरिये ले जाया गया था। बाजवा के अनुसार उसे यहां लाना मुश्किल था पर इसमें सफलता प्राप्त कर ली गई।
मलाला को यहां लाने के बाद नए परीक्षण और मेडिकल टेस्ट जांच को अंजाम दिया गया। विशेषज्ञों के एक बोर्ड और विभिन्न डॉक्टरों के नेतृत्व में उसका उपचार जारी है और उसकी हालत पर नजर रखी जा रही है। महिला अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली किशोरी मलाला यूसुफजई को मंगलवार को स्वात में एक स्कूल बस में गोली मार दी गई थी।
इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर दूर स्वात को आतंकवदियों का गढ़ माना जाता है। मंगलवार को हुए हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली थी। तालिबान ने कहा था कि मलाला पर हमला इसलिए किया गया, क्योंकि वह पश्चिमी विचारों और धर्मनिरपेक्ष सरकार का समर्थन कर रही थी। आतंकी संगठन ने कहा है कि यदि वह बच जाती है, तो उस पर फिर हमला किया जाएगा।
सेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, इस पावन शुक्रवार पर जब पूरा देश उसके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है, तो हम अल्लाह से उसके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगते हैं। खबर पख्तूनख्वा के गवर्नर मसूद कौसर ने गुरुवार को कहा था कि मलाला की हालत में सुधार होने के बावजूद वह अभी खतरे से बाहर नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार मलाला को अभी होश नहीं आया है और उसके मस्तिष्क के हिस्सों को चोट पहुंची होगी। अधिकारियों ने उसे इलाज के लिए विदेश ले जाने की योजना को फिलहाल रोक दिया है। चिकित्सकों ने कहा था कि उसे लंबी यात्रा पर ले जाना उचित नहीं रहेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत दुनिया के वरिष्ठ नेताओं ने इस किशोरी पर हुये हमले की आलोचना की है।
तालिबान द्वारा सिर में गोली मारे जाने के बाद पाकिस्तान की 14-वर्षीय कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई सैन्य अस्पताल में भर्ती है और उसके स्वास्थ्य के लिए अगले 48 घंटे अहम हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
मेजर जनरल सलीम बाजवा ने में बताया, मस्तिष्क रोग विशेषज्ञों और गहन चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार मलाला की हालत संतोषजनक है, लेकिन उसके लिए अगले 36 से 48 घंटे नाजुक हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में 14-वर्षीय मलाला अब भी वेंटिलेटर पर है। उसे वहां पेशावर से हेलीकॉप्टर के जरिये ले जाया गया था। बाजवा के अनुसार उसे यहां लाना मुश्किल था पर इसमें सफलता प्राप्त कर ली गई।
मलाला को यहां लाने के बाद नए परीक्षण और मेडिकल टेस्ट जांच को अंजाम दिया गया। विशेषज्ञों के एक बोर्ड और विभिन्न डॉक्टरों के नेतृत्व में उसका उपचार जारी है और उसकी हालत पर नजर रखी जा रही है। महिला अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली किशोरी मलाला यूसुफजई को मंगलवार को स्वात में एक स्कूल बस में गोली मार दी गई थी।
इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर दूर स्वात को आतंकवदियों का गढ़ माना जाता है। मंगलवार को हुए हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली थी। तालिबान ने कहा था कि मलाला पर हमला इसलिए किया गया, क्योंकि वह पश्चिमी विचारों और धर्मनिरपेक्ष सरकार का समर्थन कर रही थी। आतंकी संगठन ने कहा है कि यदि वह बच जाती है, तो उस पर फिर हमला किया जाएगा।
सेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, इस पावन शुक्रवार पर जब पूरा देश उसके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है, तो हम अल्लाह से उसके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगते हैं। खबर पख्तूनख्वा के गवर्नर मसूद कौसर ने गुरुवार को कहा था कि मलाला की हालत में सुधार होने के बावजूद वह अभी खतरे से बाहर नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार मलाला को अभी होश नहीं आया है और उसके मस्तिष्क के हिस्सों को चोट पहुंची होगी। अधिकारियों ने उसे इलाज के लिए विदेश ले जाने की योजना को फिलहाल रोक दिया है। चिकित्सकों ने कहा था कि उसे लंबी यात्रा पर ले जाना उचित नहीं रहेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत दुनिया के वरिष्ठ नेताओं ने इस किशोरी पर हुये हमले की आलोचना की है।
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