
- नेपाल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का दूसरा दिन है और युवा संसद भवन के आसपास बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं
- प्रदर्शनकारियों की मांग है कि केपी शर्मा ओली सरकार इस्तीफा दे और अंतरिम सरकार बनाई जाए
- संचार मंत्री ने कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर है और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की गई है
नेपाल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ये दूसरा दिन है. आज सुबह से ही संसद भवन और उसके आसपास की सड़कों पर युवा प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुटने लगी थी. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मैजूदा ओली सरकार अपनी कुर्सी छोड़े. सड़क पर उतरे युवा अब अंतरिम सरकार बनाए जाने की बात भी कह रही है. नेपाल में जारी संग्राम के बीच NDTV ने नेपाल के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के साथ फोन पर बातचीत की.
NDTV से खास बातचीत में पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने कहा कि नेपाल में अब स्थिति नियंत्रण से बाहर है. हमने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वह संसद भवन परिसर ना घुसें. अगर उन्हें प्रदर्शन करना है तो वो नेपाल की संसद के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर सकते हैं.
क्या पीएम ओली अपने पद से इस्तीफा देंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली विरोध प्रदर्शन जारी रहने के बावजूद अपने पद से इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं. हमारा मानना है कि नेपाल में अभी जो हालात हैं उसके पीछे यहां के राजनीतिक दल है. ये साफ है कि अराजकतावादियों ने विरोध प्रदर्शन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की और हिंसा भड़क उठी.
जांच कमेटी बनाई जाएगी
उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि इस हिंसा के पीछे किनका हाथ है उसकी जांच के लिए हमनें एक कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी इस बात की भी जांच करेगी कि आखिर इस हिंसा को और आगे बढ़ाने के पीछे और कौन लोग शामिल था. हमे ये भी साफ कर देना चाहते हैं कि मौजूदा हिंसा के पीछे नेपाल के बाहर की कोई भी ताकत जिम्मेदार नहीं है. प्रदर्शनकारियों की मांगें मानते हैं सरकार ने सोशल मीडिया पर लगा बैन अब हटा लिया है लेकिन अब भी प्रदर्शन का दौर नहीं रुक रहा. हमारी सरकार उन नेताओं से भी मिलने को तैयार है जो इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं. मौजूदा संकट के बीच पीएम ओली विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.
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