- कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रियंका गांधी को PM पद के उम्मीदवार के रूप में आगे बढ़ाने का समर्थन किया है.
- रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि विभिन्न समूहों से ऐसी मांगें आना स्वाभाविक है.
- रॉबर्ट वाड्रा ने प्रियंका के राजनीतिक भविष्य को उज्ज्वल बताया और कहा कि उन्होंने परिवार से बहुत कुछ सीखा है.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद द्वारा प्रियंका गांधी वाड्रा को संभावित प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में आगे करने की वकालत के बाद राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है. इस बीच, प्रियंका गांधी के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विभिन्न समूहों से इस तरह की अपेक्षाएं और मांगें आना स्वाभाविक हैं, लेकिन फिलहाल ध्यान देश के असल मुद्दों पर रहना चाहिए.
इमरान मसूद के बयान को लेकर भाजपा ने प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए उन पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा को लेकर स्पष्ट रुख न अपनाने का आरोप लगाया था.
'हर किसी की अपनी मांग होती है'
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'हर किसी की अपनी मांग होती है. कई लोग कहते हैं कि प्रियंका आगे आएं. कुछ लोग कहते हैं कि मुझे राजनीति में आना चाहिए. लेकिन आज ज़रूरत है कि देश के असली मुद्दों पर ध्यान दिया जाए.' उन्होंने कहा कि नेतृत्व को लेकर होने वाली चर्चा से ज़्यादा जरूरी है कि जनता से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता मिले.
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'राजनीति में प्रियंका का उज्ज्वल भविष्य'
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'मुझे लगता है कि प्रियंका (गांधी वाड्रा) ने अपनी दादी (इंदिरा गांधी), पिता (राजीव गांधी), सोनिया जी और अपने भाई (राहुल गांधी) से बहुत कुछ सीखा है. जब वह बोलती हैं, तो दिल से बोलती हैं. मुझे लगता है कि राजनीति में उनका उज्ज्वल भविष्य है और जमीनी स्तर पर जो बदलाव जरूरी हैं, उन्हें लाने में भी उनका भविष्य उज्ज्वल है... यह समय के साथ होगा, यह निश्चित है.'
बांग्लादेश हिंसा पर बोले वाड्रा
बांग्लादेश में हुई हिंसा और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर पूछे गए सवाल पर वाड्रा ने कहा कि समाज में किसी भी तरह का धार्मिक विभाजन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैंने हमेशा कहा है कि भाईचारा बना रहना चाहिए. जब मैं देशभर में धार्मिक यात्राओं पर जाता हूं, तो विभिन्न धर्मों के लोगों से मिलता हूं और उनकी सोच एक जैसी ही पाता हूं. हर किसी की प्रार्थनाएं और भावनाएं समान होती हैं.' उन्होंने जोर दिया कि किसी भी तरह की हिंदू‑मुस्लिम विभाजनकारी राजनीति से बचना चाहिए और देश के लिए एकता सबसे पहले होनी चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं