मधेशी आंदोलनकारियों को तितर बितर करती नेपाल पुलिस (फाइल फोटो : AP)
काठमांडू:
भारत की सीमा से लगे नेपाल के मोरंग जिले में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कम से कम तीन मधेशी प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस उप अधीक्षक तारिनी प्रसाद लामशाल ने बताया कि पुलिस ने आंदोलनकारियों के खिलाफ कार्रवाई तब की, जब उन्होंने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल की ओर से मोरंग जिले के रंगेली में आयोजित राजनीतिक रैली पर हमला करने की कोशिश की। लामशाल के मुताबिक, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पहले लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर रोकने की कोशिश की, लेकिन हालात काबू से बाहर होते देख कर उन्हें गोली चलानी पड़ी।
'अपने बचाव में गोलियां चलाईं'
पुलिस के मुताबिक उन्हें अपने बचाव में गोलियां चलानी पड़ी क्योंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो रहे थे और उनपर हमला कर रहे थे। इस दौरान गुरुवार तक नेपाली सरकार और मधेशियों के बीच समझौता नहीं हो पाया है। मधेशी 11 सूत्री मांग कर रहे हैं जिनमें सात प्रांतों के पुन: सीमांकन की मांग शामिल है। मधेशियों ने भारत-नेपाल सीमा को बंद कर रखा है और यह आंदोलन पिछले पांच महीनों से जारी है। उनका कहना है कि नेपाल के नए संविधान में उनके साथ भेदभाव किया गया है। वहीं, पुलिस ने बताया कि तराई क्षेत्र में मधेशी आंदोलन के दौरान पुलिस कार्रवाई में अब तक 50 आंदोलनकारी मारे गए हैं।
'अपने बचाव में गोलियां चलाईं'
पुलिस के मुताबिक उन्हें अपने बचाव में गोलियां चलानी पड़ी क्योंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो रहे थे और उनपर हमला कर रहे थे। इस दौरान गुरुवार तक नेपाली सरकार और मधेशियों के बीच समझौता नहीं हो पाया है। मधेशी 11 सूत्री मांग कर रहे हैं जिनमें सात प्रांतों के पुन: सीमांकन की मांग शामिल है। मधेशियों ने भारत-नेपाल सीमा को बंद कर रखा है और यह आंदोलन पिछले पांच महीनों से जारी है। उनका कहना है कि नेपाल के नए संविधान में उनके साथ भेदभाव किया गया है। वहीं, पुलिस ने बताया कि तराई क्षेत्र में मधेशी आंदोलन के दौरान पुलिस कार्रवाई में अब तक 50 आंदोलनकारी मारे गए हैं।
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