नवाज शरीफ का परिवार इन दिनों पनामा पेपर लीक मामले में अदालती कार्रवाई का सामना कर रहा है (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेटों को अदालत में उपस्थित होने के लिए 30 दिन का समय दिया है. अगर वह इस अवधि में उपस्थित नहीं होते हैं तो उन्हें अपराधी घोषित कर दिया जाएगा और उनकी संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हुसैन और हसन ने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की कार्यवाही में शामिल न होने का निर्णय लिया था. ब्यूरो अधिकारियों ने लाहौर में शरीफ परिवार के घर के बाहर नोटिस की प्रतियां चिपकाईं.
क्या नवाज शरीफ का राजनैतिक करियर खत्म?
ब्यूरो के एक अभियोजक ने बताया कि शरीफ के बेटे अगर अदालत में पेश नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ वारंट जारी करने की प्रक्रिया 30 दिनों की अवधि के पूरा (10 नवंबर) होने के बाद शुरू हो जाएगी. अदालत ने सोमवार को ब्यूरो को पूर्व प्रधानमंत्री के बेटों को अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था, क्योंकि वह लंदन में फ्लैट्स और विदेश में कंपनियों संबंधी भ्रष्टाचार मामलों में चली अदालती कार्रवाई में लगातार अनुपस्थित रहे थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हुसैन और हसन ने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की कार्यवाही में शामिल न होने का निर्णय लिया था. ब्यूरो अधिकारियों ने लाहौर में शरीफ परिवार के घर के बाहर नोटिस की प्रतियां चिपकाईं.
क्या नवाज शरीफ का राजनैतिक करियर खत्म?
ब्यूरो के एक अभियोजक ने बताया कि शरीफ के बेटे अगर अदालत में पेश नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ वारंट जारी करने की प्रक्रिया 30 दिनों की अवधि के पूरा (10 नवंबर) होने के बाद शुरू हो जाएगी. अदालत ने सोमवार को ब्यूरो को पूर्व प्रधानमंत्री के बेटों को अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था, क्योंकि वह लंदन में फ्लैट्स और विदेश में कंपनियों संबंधी भ्रष्टाचार मामलों में चली अदालती कार्रवाई में लगातार अनुपस्थित रहे थे.
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