प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के पहले द्विपक्षीय दौरे को पूरा कर स्वदेश लौट आए हैं। प्रधानमंत्री ने अपनी जापान यात्रा को काफी सफल बताया है और कहा है कि उन्हें सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि जापान ने उन पर भरोसा किया और मजबूत दोस्ती का इजहार किया और यह फेविकॉल से भी मजबूत जोड़ है।
भरोसे की बात को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड समेत कुल छह भारतीय कंपनियों से प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है। इन कंपनियों पर 1998 के परमाणु परीक्षण के बाद से जापान ने प्रतिबंध लगा रखा था। जापान के इस कदम की प्रधानमंत्री ने काफी तारीफ की है, साथ ही उन्होंने कहा कि जापान ने भारत को पांच साल में 34 बिलियन डॉलर की मदद देने का जो वादा किया है, उससे बुनियादी ढांचे में ज़बरदस्त सुधार होगा।
दोनों देशों ने रक्षा और अन्य सामरिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का भी निर्णय किया है। मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें रक्षा संबंधी आदान-प्रदान, स्वच्छ ऊर्जा में सहयोग, सड़क और राजमार्ग, स्वास्थ्य और महिला उत्थान जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा दोनों देशों ने अपने संबंधों को नई उंचाइयों तक पहुंचाने का भी संकल्प जताया है।
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