विज्ञापन
This Article is From Jul 22, 2016

मुस्लिम हमेशा से अमेरिका का हिस्सा रहे हैं : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा

मुस्लिम हमेशा से अमेरिका का हिस्सा रहे हैं : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा
क्लीवलैंड: अमेरिकी मुस्लिमों को अलग-थलग करने की बात करने वाले रिपब्लिकन नेताओं की आलोचना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अल्पसंख्यक समुदाय हमेशा से अमेरिका का हिस्सा रहा है। ओबामा ने कहा कि इस समुदाय को सबसे ज्यादा डर इस बात का है कि उन्हें कहीं कुछ ऐसे लोगों के हिंसक कृत्यों के लिए दोष न दिया जाए, जो उनके धर्म का प्रतिनिधित्व भी नहीं करते।

ओबामा ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक ईद समारोह में कहा, "सभी अमेरिकियों की तरह, आप आतंकवाद के खतरे से चिंतित हैं... लेकिन इससे भी ऊपर आपको एक डर है कि कुछ ऐसे लोगों के हिंसक कृत्यों के लिए आपके पूरे समुदाय को दोष दिया जाएगा, जो आपके धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करते..." मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा देने, निगरानी बढ़ाने और यहां तक कि नस्ली आधार पर लोगों का परिचय निर्धारण की मांग करने वाले रिपब्लिकन नेताओं की आलोचना करते हुए ओबामा ने कहा, "मुस्लिम अमेरिकियों को अलग-थलग करना आईएसआईएल के उसी झूठ को पोषित करना है, जो कहता है कि पश्चिम एक ऐसे धर्म के साथ युद्धरत है, जिसके एक अरब से ज्यादा अनुयायी हैं... यह अच्छी राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं है..." ओबामा ने कहा, "दरअसल आईएसआईएस और अलकायदा जैसे संगठन मुस्लिम समुदायों के साथ युद्धरत हैं, पवित्र माह (रमजान) में भी..."

ओबामा ने कहा, ''और मुस्लिम अमेरिकियों के साथ भेदभाव करना उन मूल्यों का भी अपमान है, जो हमारे देश को महान बनाते हैं...'' उन्होंने कहा, ''मुस्लिम अमेरिकी उतने ही देशभक्त, ईमानदार और अमेरिकी हैं, जितना कि अमेरिकी परिवार का कोई अन्य सदस्य है... और फिर चाहे आपका परिवार कई पीढ़ियों से यहां रहा हो या फिर आप यहां नए आए हों, आप हमारे देश के ताने-बाने का एक अहम हिस्सा हैं...'' ओबामा ने कहा कि मुस्लिम अमेरिकियों को घृणा को नकारना ही होगा।

उन्होंने कहा, ''मुस्लिम अमेरिकियों - और सभी अमेरिकियों - को भेदभाव को नकारना होगा... मुस्लिम अमेरिकियों - और सभी अमेरिकियों - को उन सभी को जवाब देना होगा, जो घृणा फैलाते हैं या कहते हैं कि उनके हिसाब से उनके धर्म की व्याख्या हिंसा को उचित ठहराती है...'' उन्होंने कहा, ''हम चाहे ईसाई हों या यहूदी, हिन्दू हों या मुस्लिम, या फिर हम किसी भी धर्म के क्यों न हों, ये जिम्मेदारियां हम सभी पर हैं...'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमें इस बात की पुन: पुष्टि करनी है कि इस देश में हमारी जिम्मेदारी है कि हम कानून का पालन करें, एक दूसरे का ध्यान रखें, एक समुदाय का हिस्सा बनें... हम अपने मतभेदों का सम्मान कर सकें और अपनी पहचान के लिए ज़रूरी चीजों को बरकरार रख सकें और फिर भी इस देश में हमारी प्रतिबद्धता और यकीन मजबूती के साथ जता सकें।

ओबामा ने कहा कि व्हाइट हाउस में ईद का जश्न इस बात का एक अन्य प्रमाण है कि मुस्लिम हमेशा से अमेरिका का हिस्सा रहे हैं।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com