फेसबुक चलाने वाली कंपनी Meta ने जिन 11 हजार लोगों की छंटनी की है, उनमें एक कम्युनिकेशन मैनेजर भी शामिल हैं, जो कि मैटरनिटी लीव पर थीं. उसने बताया कि वह अपनी तीन महीने की बेटी को दूध पिलाने के लिए सुबह तीन बजे उठती हैं. भारतीय मूल की एनेका पटेल ने LinkedIn पोस्ट में लिखा है, 'सुबह 5:35 बजे मुझे ईमेल मिला कि जिन लोगों की छंटनी की गई है, उनमें मैं भी शामिल हूं. इसके बाद मैं हिल गई थी.'
महिला ने बताया कि उसने सुना था कि कंपनी बड़े स्तर पर छंटनी कर सकती है, इसलिए वह ईमेल चेक कर रही थीं.
मेटा ने नौकरी शुरू करने के 2-3 दिन के अंदर ही भारतीय पेशेवरों को निकाला
साथ ही महिला ने बताया, 'अब आगे क्या? इसका जवाब मुश्किल है. मेरी मैटरनिटी लीव फरवरी महीने में खत्म होनी थीं. बेटी होने के बाद मेरे लिए ये कुछ शुरुआती महीने चुनौती वाले रहे.'
एनेका पटेल को Meta में मई 2020 में नौकरी मिली थी, क्योंकि कोविड महामारी के दौरान कंपनी ने बड़े स्तर पर भर्ती की थी. कंपनी को लगा था ऑनलाइन ट्रैफिक में अचानक आया इजाफा स्थाई है. इसका नतीजा ये रहा कि कंपनी के कर्मचारियों की संख्या दो साल में दोगुनी होकर करीब 90,000 पहुंच गई.
उसने पोस्ट लिखा है, 'मैं अगले कुछ महीने अपना समय अपनी बेटी को दूंगी. और नए साल में काम करने के लिए तैयार रहूंगी.'
मेटा में नई जॉब करने गया था कनाडा, ज्वॉइनिंग के 2 दिन बाद ही चली गई नौकरी
ऐसे ही एक अन्य कर्मचारी, हिमांशु वी ने बताया कि Meta में नौकरी के लिए वह भारत से कनाडा शिफ्ट हो गए थे. उन्होंने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा है, 'Meta ज्वाइन करने के लिए मैं कनाडा शिफ्ट हो गया था. लेकिन मेरे ज्वाइन करने के दो दिन बाद ही मेरा यह सफर खत्म हो गया, क्योंकि जिन लोगों की छंटनी की गई है, उनमें मैं भी शामिल था.'
Meta ने अपने कर्मचारियों की संख्या में 13 फीसदी की कटौती की है, जबकि दूसरी दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी Twitter ने अपने नए मालिक एलन मस्क के नेतृत्व में अपने करीब आधे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
Byju's और Snap ने भी पिछले दो महीने में बड़े स्तर पर छंटनी का ऐलान किया था.
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