वॉशिंगटन:
उच्च स्तरीय इलेक्ट्रिक कारें बनाने के लिए मशहूर कंपनी 'टेस्ला' ने कहा है कि उसके इलेक्ट्रिक कार में ‘ऑटो पायलट’ मोड का इस्तेमाल करते हुए एक ड्राइवर की मौत हो गई। इस घटना के बाद यूएस फेडरल ने सुरक्षा जांच शुरू कर दी है।
कार कंपनी की ओर से चालक की मौत की सूचना दिए जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (एनएचटीएसए) ने ऑटोपायलट के परफॉर्मेंस की ‘प्रारंभिक जांच’ शुरू कर दी।
एक बयान में टेस्ला ने कहा कि यह मौत ‘एक अपूर्णीय क्षति’ है। कंपनी ने कहा, ‘‘ऑटो पायलट मोड में गाड़ियां 20.9 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय कर चुकी हैं। इस मोड में ड्राइविंग के दौरान हुई यह पहली दुर्घटना है।'
बयान में कहा गया, ‘‘अमेरिका में अाम वाहनों में हर 9.4 करोड़ मील पर एक मौत होती है। विश्वभर में हर 6 करोड़ मील पर एक मौत होती है।"
‘‘इस बात पर जोर दिया जाना अहम है कि एनएचटीएसए की कार्रवाई एक प्रारंभिक जांच हो, जिसमें यह तय किया जाए कि प्रणाली अपेक्षाओं के अनुरूप काम कर रही थी या नहीं?’’ टेस्ला ने यह प्रणाली पिछले साल शुरू की थी। यह प्रणाली किसी वाहन को स्वत: ही लेन बदलने, गति प्रबंधन करने और ब्रेक लगाने के लिए तैयार करती है। इस प्रणाली को चालक ही सक्रिय करता है।
टेस्ला ने कहा कि कार एक हाइवे पर जा रही थी, तभी दूसरी तरफ से आ रहे एक ट्रैक्टर ट्रॉलर ने अचानक लेफ्ट टर्न ले लिया जिससे टक्कर हो गई।
बयान में कहा गया, ‘‘सूरज की तेज रोशनी की वजह से ऑटोपायलट और चालक ट्रैक्टर ट्रॉलर के सफेद हिस्से को नहीं देख पाए, इसलिए ब्रेक नहीं लगा पाए।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कार कंपनी की ओर से चालक की मौत की सूचना दिए जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (एनएचटीएसए) ने ऑटोपायलट के परफॉर्मेंस की ‘प्रारंभिक जांच’ शुरू कर दी।
एक बयान में टेस्ला ने कहा कि यह मौत ‘एक अपूर्णीय क्षति’ है। कंपनी ने कहा, ‘‘ऑटो पायलट मोड में गाड़ियां 20.9 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय कर चुकी हैं। इस मोड में ड्राइविंग के दौरान हुई यह पहली दुर्घटना है।'
बयान में कहा गया, ‘‘अमेरिका में अाम वाहनों में हर 9.4 करोड़ मील पर एक मौत होती है। विश्वभर में हर 6 करोड़ मील पर एक मौत होती है।"
‘‘इस बात पर जोर दिया जाना अहम है कि एनएचटीएसए की कार्रवाई एक प्रारंभिक जांच हो, जिसमें यह तय किया जाए कि प्रणाली अपेक्षाओं के अनुरूप काम कर रही थी या नहीं?’’ टेस्ला ने यह प्रणाली पिछले साल शुरू की थी। यह प्रणाली किसी वाहन को स्वत: ही लेन बदलने, गति प्रबंधन करने और ब्रेक लगाने के लिए तैयार करती है। इस प्रणाली को चालक ही सक्रिय करता है।
टेस्ला ने कहा कि कार एक हाइवे पर जा रही थी, तभी दूसरी तरफ से आ रहे एक ट्रैक्टर ट्रॉलर ने अचानक लेफ्ट टर्न ले लिया जिससे टक्कर हो गई।
बयान में कहा गया, ‘‘सूरज की तेज रोशनी की वजह से ऑटोपायलट और चालक ट्रैक्टर ट्रॉलर के सफेद हिस्से को नहीं देख पाए, इसलिए ब्रेक नहीं लगा पाए।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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