कोलंबो:
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे 17 अगस्त को संसदीय चुनावों में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राजपक्षे सरकार में मंत्री रहे कुमार वेलगाम ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे विपक्षी पार्टी युनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम एलायंस (यूपीएफए) के तहत चुनाव लड़ेंगे।
वेलगाम ने कहा कि यूपीएफए में मुख्य विपक्षी पार्टी श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) सहित सभी राजनीतिक पार्टियों को एकजुट करने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे और राजपक्षे को यूपीएफए की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया जाएगा।
उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला यूपीएफए के अध्यक्ष के रूप में यूपीएफए के उम्मीदवारों के नामांकन के संबंध में फैसला करेंगे। खबरों के मुताबिक, राष्ट्रपति सिरिसेना यूपीएफए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में राजपक्षे के नामांकन पर सहमति नहीं देंगे।
हालांकि, 17 अगस्त के चुनाव में राष्ट्रीय गठबंधन सरकार की सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
वेलगाम ने कहा कि यूपीएफए में मुख्य विपक्षी पार्टी श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) सहित सभी राजनीतिक पार्टियों को एकजुट करने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे और राजपक्षे को यूपीएफए की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया जाएगा।
उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला यूपीएफए के अध्यक्ष के रूप में यूपीएफए के उम्मीदवारों के नामांकन के संबंध में फैसला करेंगे। खबरों के मुताबिक, राष्ट्रपति सिरिसेना यूपीएफए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में राजपक्षे के नामांकन पर सहमति नहीं देंगे।
हालांकि, 17 अगस्त के चुनाव में राष्ट्रीय गठबंधन सरकार की सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
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