मैनहट्टन में खरीदारी के लिए लोकप्रिय केंद्र मैडिसन और फिफ्थ एवेन्यूज में मैकीज स्टोर समेत कई खुदरा व लग्जरी दुकानों में लुटेरों ने तोड़फोड़ की और हजारों डॉलर के सामान लूटकर ले गए. यह सब अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के विरोध में न्यूयॉर्क में हो रहे प्रदर्शन के दौरान हुआ. न्यूयॉर्क सिटी में मंगलवार को रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगाया गया था और शहर में लूटपाट और हिंसा बढ़ने पर अधिकारयों ने पुलिस की तैनाती दोगुनी कर दी है. न्यूयॉर्क सिटी के पुलिस विभाग ने हिंसा और संपत्ति के नुकसान को रोकने के लिए तैनाती दोगुनी करते हुए करीब 8000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.
इसके अलावा जिन जगहों पर बीती रात हिंसा और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं हो रही हैं, वहां अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है, खासकर मैनहट्टन के निचले इलाके और ब्रुकलिन में. कर्फ्यू और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की मौजूदगी भी लुटेरों को मैनहट्टन की दुकानों में लूटपाट करने से नहीं रोक पाई. यह दुकानें कोविड-19 की वजह से जारी बंद के कारण करीब दो महीने से नहीं खुली थीं.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए वीडियो और तस्वीरों में लोग दुकानों के बाहर लगे प्लाईवुड को उखाड़ते नजर आए. पुलिस और सुरक्षा से जुड़ी अन्य एजेंसियों को इन दिनों उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर में कहा कि लुटेरे हेराल्ड स्क्वायर स्थित दुनिया के सबसे बड़े खुदरा डिपार्टमेंटल स्टोर में से एक मैकी में घुस गए और वहां से समान लूटकर फरार हो गए. लुटेरे इसके अलावा कई महंगे ब्रांड के शोरुम में भी लूटपाट करते नजर आए जिनमें नाइक और कोच स्टोर आदि शामिल हैं. पुलिस विभाग ने मंगलवार सुबह पुष्टि की कि कई लुटेरे मैकी स्टोर के अंदर घुस गए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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