अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत पर US में काफी बवाल हुआ था. अब इस मामले में मुख्य आरोपी पुलिस अफसर शौविन को अदालत से जमानत मिल गई है. एक मिलियन डॉलर पर उसे जमानत दी गई है. बेल मिलने के बाद बुधवार को आरोपी को जेल से रिहा किया गया. कोर्ट के रिकॉर्ड से इसकी जानकारी मिली है. मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में 44 वर्षीय शौविन और तीन अन्य पूर्व पुलिसकर्मियों पर मार्च से ट्रायल चलेगा.
बता दें कि इसी साल 25 मई को अमेरिका के मिनेसोटा स्थित मिनेपोलिस शहर में 46 साल के जॉर्ज फ्लॉयड को जालसाजी से जुड़े एक मामले में पुलिस ने पकड़ा था. जॉर्ज एक रेस्टोरेंट में सिक्योरिटी गार्ड था. घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में साफ दिख रहा है कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी के समय किसी तरह का विरोध नहीं किया. पुलिस ने उसके हाथों में हथकड़ी पहनाई और जमीन पर लिटा दिया.
जिसके बाद एक पुलिस अधिकारी (शौविन) ने उसकी गर्दन को घुटने से दबा दिया. जॉर्ज कहता रहा कि वह सांस नहीं ले पा रहा है लेकिन अधिकारी ने उसकी गर्दन से पैर नहीं हटाया और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया. अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. रंगभेद की बात पर शहर में देखते ही देखते बवाल होने लगा और जॉर्ज की मौत पर आक्रोशित लोगों ने अमेरिका के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए.
अमेरिका के कई शहरों में दुकानों में लूटपाट की गई. पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए आंसू गैस और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया. गोली लगने से एक शख्स की मौत हुई है. पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है कि क्या किसी स्टोर के मालिक ने उस शख्स को गोली मारी है. व्हाइट हाउस ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) इस घटना से बेहद दुखी हैं और वह चाहते हैं कि जॉर्ज फ्लॉयड को इंसाफ मिले लेकिन इसकी आड़ में अराजकता जरा भी स्वीकार नहीं की जाएगी.
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