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This Article is From Sep 03, 2011

लश्कर का पाकिस्तानी समर्थक अमेरिका में गिरफ्तार

वाशिंगटन: वाशिंगटन के बाहरी इलाके में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के एक व्यक्ति पर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को मदद पहुंचाने का आरोप लगा है। मुंबई में नवंबर, 2008 में हुए आतंकवादी हमलों के पीछे इसी संगठन का हाथ था। यह संगठन पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है। अभियोजन पक्ष ने शुक्रवार को बताया कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) को 24 वर्षीय जुबेर अहमद पर लश्कर को मदद पहुंचाने का संदेह था, उसने दो साल पहले ही उस पर जांच शुरू कर दी थी। अमेरिका ने 2001 में लश्कर को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। अहमद को उसके उत्तरी वर्जीनिया के वुडब्रिज स्थित अपार्टमेंट से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। उस पर एक आंतकवादी जांच में झूठे बयान देने का भी आरोप है। वह अमेरिका का एक वैध स्थायी निवासी है। यदि दोनों आरोप साबित हो जाते हैं तो उसे 23 साल की जेल हो सकती है। उसे वर्जीनिया के एलेक्जेंद्रिया की एक संघीय अदालत में बुधवार को अगली पेशी तक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक अहमद 2004 में लश्कर के एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल हुए था। वह कमांडो कोर्स में भी शामिल हुआ, लेकिन उसने वहां एक ही सप्ताह बिताया। दरअसल उसके प्रशिक्षक का कहना था कि वह अभी बहुत छोटा है। उसके खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया है कि अहमद ने सितम्बर 2010 में एक प्रचार वीडियो बनाया था और इसे लश्कर की ओर से यू-ट्यूब पर डाल दिया था। उसने इस वीडियो के सम्बंध में लश्कर के नेता हाफिज मोहम्मद सईद के बेटे से बात की थी। इसमें सईद को दिखाया गया है और जिहाद के शहीदों और आईईडी तकनीक से बख्तरबंद ट्रकों को उड़ाते दिखाने का भी दावा किया गया है। इस शिकायत के साथ दायर किए गए हलफनामे के मुताबिक जब एफबीआई ने पिछले महीने अहमद से वीडियो के सम्बंध में पूछताछ की तो उसका कहना था कि उसने पहले कभी यह वीडियो नहीं देखा है।

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