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"बांग्लादेश में लूटपाट, बर्बरता और हिंसा को लेकर चिंतित" : रिहाई के बाद खालिदा जिया का पहला बयान आया सामने

शेख हसीना द्वारा 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के कुछ घंटों बाद ही बांग्लादेश के राष्ट्रपति शहाबुद्दीन अहमद ने खालिदा जिया की रिहाई के आदेश दे दिए थे. इसके बाद खालिदा जिया का बांग्लादेश की स्थिति पर पहला बयान सामने आया है.

"बांग्लादेश में लूटपाट, बर्बरता और हिंसा को लेकर चिंतित" : रिहाई के बाद खालिदा जिया का पहला बयान आया सामने
खालिदा जिया को 2018 में भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद 17 साल की सजा सुनाई गई थी.
ढाका:

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेताओं ने बताया कि खालिदा जिया भेदभाव विरोधी छात्र विरोध के बीच देशभर में हो रही हिंसा, बर्बरता और राज्य के संसाधनों की लूट को लेकर बेहद चिंतित हैं. ढाका ट्रिब्यून द्वारा इसकी जानकारी दी गई है. ढाका के एवरकेयर अस्पताल में बांग्लादेश खिलाफत मजलिस के महासचिव मौलाना मामुनुल हक के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कहा, "हमारे राज्य के संसाधन बर्बाद हो रहे हैं. यह देश हमारा है, हमें इस देश का निर्माण करना है."

आर्टिकल 49 के तहत माफ की गई खालिदा जिया की सजा

बता दें, 6 अगस्त को बांग्लादेश के राष्ट्रपति शहाबुद्दीन अहमद ने संविधान के अनुच्छेद 49 के तहत पूर्व प्रधानमंत्री खालिया दिया की जेल की सजा को माफ कर दिया है और उन्हें रिहा करने की घोषणा की. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, खालिदा ने मौलाना मामुनुल हक के पिता स्वर्गीय शेखुल हदीस अजीजुल हक के साथ अपने अच्छे संबंधों को याद किया. ढाका ट्रिब्यून ने मीटिंग सूत्रों के हवाले से बताया, खालिदा जिया ने कहा है कि लोगों की जिंदगियों को नुकसान पहुंचाना और देश की प्रोपर्टी पर हमला करना एक गंभीर घटना है. उन्होंने कहा कि राज्य के संसाधनों की लूट में कई लोग शामिल हैं और उन्होंने इसे अन्यायपूर्ण बताया.

खिलाफत मजलिस के महासचिव ने कही ये बात

इस बारे में पूछे जाने पर खिलाफत मजलिस के संयुक्त महासचिव मौलाना अताउल्लाह अमीन ने कहा, "बेगम खालिदा जिया एक उत्पीड़ित महिला हैं. हम लंबे समय तक जेल में रहे. मौलाना मामुनुल हक भी लंबे समय तक जेल में रहे. मौलाना मामुनुल हक के नेतृत्व में हम उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने अस्पताल गए थे." मौलाना अताउल्लाह अमीन ने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति "अच्छी नहीं है." उन्होंने कहा कि खालिदा जिया ने देश के लोगों के लिए दुआ मांगी है.

हसीना के इस्तीफे के कुछ वक्त बाद राष्ट्रपति ने माफ की खालिदा की सजा

5 अगस्त को बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया था. उन्होंने यह फैसला बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के कुछ घंटों बाद सुनाया. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री 78 वर्षीय जिया खराब स्वास्थ्य के कारण अस्पताल में भर्ती हैं. 2018 में उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया और 17 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी.

खालिदा और हसीना के बीच था पुराना विवाद

अल जजीरा के अनुसार, खालिदा जिया और शेख हसीना के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और उन पर एक अनाथालय के लिए ट्रस्ट हेतु निर्धारित लगभग 250,000 अमेरिकी डॉलर के दान की चोरी करके अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था. बीएनपी ने दावा किया था कि जिया को राजनीति में आने से रोकने के लिए ये मामले गढ़े गए हैं. हालांकि, हसीना प्रशासन ने इन दावों का खंडन किया है.

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