इस्लामाबाद:
पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल अशरफ परवेज कयानी के कार्यालय ने अमेरिकी उप सहायक रक्षा मंत्री पीटर लावोय के साथ बैठक की आग्रह को ठुकरा दिया है।
यह कदम पिछले साल से पाकिस्तान और अमेरिका के बीच जारी तनावपूर्ण संबंधों को दिखाता है। द न्यूज डेली ने अज्ञात पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमेरिका ने इस बैठक का आग्रह किया था लेकिन सेना मुख्यालय ने इसे अस्वीकार कर दिया।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि लावोय को फैसले की वजहों की जानकारी दी गई या नहीं। अखबार ने बताया कि वाशिंगटन स्थित अमेरिकी अधिकारियों ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की है। एक अज्ञात पाकिस्तानी अधिकारी ने संकेत दिया कि आग्रह को इसलिए ठुकरा दिया गया क्योंकि अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाए थे कि अफगानिस्तान से सटी सीमा के पास आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा।
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, ‘‘लावोय के साथ बैठक को ठुकराने की कई वजहें हैं। अमेरिकियों को यह बताना है कि आप दिन रात हमारी निंदा हराम करके पाकिस्तान के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति से मिलने की उम्मीद नहीं रख सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप हमारी संप्रभुता भंग कर, हमें धमका कर, ड्रोन हमलों को तेज करने की घोषणा कर, हमारे सैनिकों को मारकर, काबुल में ऐसा कर माफी मांगने से इंकार कर, हमारे धन (गठबंधन सहायता कोष) को रोका गया, सारे सहायता कोषों को रोकने की धमकी दें और फिर ऐसा मानें कि सबकुछ सामान्य है।’’ भारत और अफगानिस्तान की हालिया यात्रा के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा के बयानों से पाकिस्तान उत्तेजित है। पैनेटा ने कहा था कि पाकिस्तान के विरोधों के बावजूद ड्रोन हमलों को रोकने की अमेरिका की कोई योजना नहीं है।
यह कदम पिछले साल से पाकिस्तान और अमेरिका के बीच जारी तनावपूर्ण संबंधों को दिखाता है। द न्यूज डेली ने अज्ञात पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमेरिका ने इस बैठक का आग्रह किया था लेकिन सेना मुख्यालय ने इसे अस्वीकार कर दिया।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि लावोय को फैसले की वजहों की जानकारी दी गई या नहीं। अखबार ने बताया कि वाशिंगटन स्थित अमेरिकी अधिकारियों ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की है। एक अज्ञात पाकिस्तानी अधिकारी ने संकेत दिया कि आग्रह को इसलिए ठुकरा दिया गया क्योंकि अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाए थे कि अफगानिस्तान से सटी सीमा के पास आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा।
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, ‘‘लावोय के साथ बैठक को ठुकराने की कई वजहें हैं। अमेरिकियों को यह बताना है कि आप दिन रात हमारी निंदा हराम करके पाकिस्तान के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति से मिलने की उम्मीद नहीं रख सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप हमारी संप्रभुता भंग कर, हमें धमका कर, ड्रोन हमलों को तेज करने की घोषणा कर, हमारे सैनिकों को मारकर, काबुल में ऐसा कर माफी मांगने से इंकार कर, हमारे धन (गठबंधन सहायता कोष) को रोका गया, सारे सहायता कोषों को रोकने की धमकी दें और फिर ऐसा मानें कि सबकुछ सामान्य है।’’ भारत और अफगानिस्तान की हालिया यात्रा के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा के बयानों से पाकिस्तान उत्तेजित है। पैनेटा ने कहा था कि पाकिस्तान के विरोधों के बावजूद ड्रोन हमलों को रोकने की अमेरिका की कोई योजना नहीं है।
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