ढाका में इतालवी सहायताकर्मी की हत्या की जगह पर खड़ा पुलिसकर्मी (फाइल फोटो)
ढाका:
उत्तरी बांग्लादेश में शनिवार को हथियाबंद नकाबपोश हमलावरों ने 66 साल के एक जापानी नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी। कुछ दिन पहले ही एक इतालवी सहायताकर्मी की हत्या कर दी गई थी और उसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
रंगपुर जिले में होसी कोनियो रिक्शा से जा रहे थे, उसी दौरान मोटरसाइकिल से आए अज्ञात बंदूकधारियों ने उन्हें गोली मार दी। स्थानीय थाने के प्रभारी रिजाउल करीम ने बताया, 'यह निशाना बनाकर की गई हत्या जान पड़ती है, क्योंकि नकाबपोश हमलावरों ने उन्हें तीन बार गोली मारी। जापानी व्यक्ति की तत्काल मौत हो गई।'
चश्मदीदों ने बताया कि रंगपुर के बाहरी इलाके में जापानी नागरिक एक रिक्शा से एक खेत पर जा रहे थे, उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गयी। वह पिछले छह महीने से रंगपुर में रह रहे थे।
एक चश्मदीद ने कहा, कोनिया रिक्शा में अकेले थे। हमलावरों ने नकाब लगा रखा था। जब वह मौके पर पहुंचे तब उन्होंने उनकी छाती, कंधे और हाथ में गाली मारी और वे वहां से फरार हो गए। कोनियो को परमार्थ कार्यों के कारण इलाके में लोग जानते थे। उन्होंने एक व्यापारी के साथ मिलकर फार्म लगाया था।
पुलिस ने व्यापारी, रिक्शावाले, कोनियो के मकान मालिक और इलाके के एक अन्य व्यक्ति को संक्षिप्त समय के लिए पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
पांच दिन पहले 50 वर्षीय इतालवी नागरिक सेसारे तावेला की ढाका के गुलशन इलाके में इसी तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस्लामिक स्टेट ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि सरकार ने इसे छिटपुट घटना करार देकर इस दावे का खंडन किया था।
रंगपुर जिले में होसी कोनियो रिक्शा से जा रहे थे, उसी दौरान मोटरसाइकिल से आए अज्ञात बंदूकधारियों ने उन्हें गोली मार दी। स्थानीय थाने के प्रभारी रिजाउल करीम ने बताया, 'यह निशाना बनाकर की गई हत्या जान पड़ती है, क्योंकि नकाबपोश हमलावरों ने उन्हें तीन बार गोली मारी। जापानी व्यक्ति की तत्काल मौत हो गई।'
चश्मदीदों ने बताया कि रंगपुर के बाहरी इलाके में जापानी नागरिक एक रिक्शा से एक खेत पर जा रहे थे, उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गयी। वह पिछले छह महीने से रंगपुर में रह रहे थे।
एक चश्मदीद ने कहा, कोनिया रिक्शा में अकेले थे। हमलावरों ने नकाब लगा रखा था। जब वह मौके पर पहुंचे तब उन्होंने उनकी छाती, कंधे और हाथ में गाली मारी और वे वहां से फरार हो गए। कोनियो को परमार्थ कार्यों के कारण इलाके में लोग जानते थे। उन्होंने एक व्यापारी के साथ मिलकर फार्म लगाया था।
पुलिस ने व्यापारी, रिक्शावाले, कोनियो के मकान मालिक और इलाके के एक अन्य व्यक्ति को संक्षिप्त समय के लिए पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
पांच दिन पहले 50 वर्षीय इतालवी नागरिक सेसारे तावेला की ढाका के गुलशन इलाके में इसी तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस्लामिक स्टेट ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि सरकार ने इसे छिटपुट घटना करार देकर इस दावे का खंडन किया था।
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