पाकिस्तानी उच्चायुक्त बशीर कह रहे हैं कि जमात उद दावा एक परोपकारी संस्था है, यानि पाबंदी के बाद जिस लश्कर−ए-तैयबा का नाम बदल कर जमात उद दावा कर दिया गया है वह परोपकारी संस्था है।
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नई दिल्ली:
भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात पाकिस्तान भले ही कितना करता रहे, लेकिन दरअसल वह इसके लिए कितना गंभीर है इस बात की सच्चाई बार बार निकल कर आती रहती है। अब नया चौंकानेवाला बयान पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर की तरफ से आया है।
पाकिस्तानी उच्चायुक्त बशीर कह रहे हैं कि जमात उद दावा एक परोपकारी संस्था है, यानि पाबंदी के बाद जिस लश्कर−ए-तैयबा का नाम बदल कर जमात उद दावा कर दिया गया है वह परोपकारी संस्था है।
पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर ने यह बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है कि जमात−उद−दावा एक परोपकारी संस्था है।
बता दें कि आतंकी संस्था लशकर−ए−तैयबा पर पाबंदी लगने के बाद उसका नाम जमात उद दावा रख दिया गया था। लश्कर−ए−तैयबा पर मुंबई आतंकी हमलों का आरोप है।
भारत में सियासी दलों ने उनके इस बयान पर सख़्त प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तानी उच्चायुक्त बशीर कह रहे हैं कि जमात उद दावा एक परोपकारी संस्था है, यानि पाबंदी के बाद जिस लश्कर−ए-तैयबा का नाम बदल कर जमात उद दावा कर दिया गया है वह परोपकारी संस्था है।
पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर ने यह बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है कि जमात−उद−दावा एक परोपकारी संस्था है।
बता दें कि आतंकी संस्था लशकर−ए−तैयबा पर पाबंदी लगने के बाद उसका नाम जमात उद दावा रख दिया गया था। लश्कर−ए−तैयबा पर मुंबई आतंकी हमलों का आरोप है।
भारत में सियासी दलों ने उनके इस बयान पर सख़्त प्रतिक्रिया दी है।
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