रोम:
इटली के विदेश मंत्री गुलियो तेरजी ने कहा है कि भारतीय अधिकारी, दो मछुआरों की हत्या के सिलसिले में इटली के दो सुरक्षा अधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर भावनाएं भड़का रहे हैं।
समाचार एजेंसी एकेआई के अनुसार तेरजी ने सोमवार को कहा कि भारतीय अधिकारी भावनाएं और स्थानीय राजनीति भड़का रहे हैं।
ज्ञात हो कि इटली के सुरक्षा कर्मियों ने 15 फरवरी को केरल से लगे समुद्र में मछली पकड़ने वाली एक नौका पर गोलीबारी की, जिसमें दो मछुआरों की मौत हो गई। सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि उन्होंने समुद्री डाकू समझकर मछुआरों पर गोली चलाई थी।
मैसिमिलियानो लैटोरे और सैल्वेटोरे जिरोने गोलीबारी के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें रविवार को पोत से उतार लिया गया तथा हिरासत में ले लिया गया।
तेरजी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "फिलहाल वहां न्यायिक प्रकृति को लेकर काफी मतभेद हैं।" तेरजी ने कहा कि स्थानीय राजनीति कूटनीतिक मतभेदों को सुलझाने में कठिनाई पैदा कर रही है।
तेलवाहक जहाज के दोनों सुरक्षाकर्मियों को हत्या के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि इटली का कहना है कि यह घटना अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में घटी थी, लिहाजा इटली के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा उनके देश में चलाया जाना चाहिए। भारत इस तर्क को खारिज करता है।
तेरजी ने कहा, "इस मामले को जटिल बनाने वाली वहां पहले से मौजूद एक परिस्थिति यह है कि केरल में चुनाव हो रहा है, जो निस्संदेह नागरिकों की भावनाओं पर असर डाल रहा है और इसके परिणामस्वरूप जांच पर असर पड़ रहा है।"
इटली ने कहा है कि एनरिका लेक्सी पर सवार सैनिकों ने मछली पकड़ने वाली नौका को डाकुओं की नौका समझ ली थी। लेकिन उन्होंने मछुआरों पर निशाना साधने से पहले चेतावनी स्वरूप गोलीबारी कर उचित प्रक्रिया का पालन किया। लेकिन भारत का कहना है कि इटली के सैनिकों ने संयम नहीं दिखाया।
समाचार एजेंसी एकेआई के अनुसार तेरजी ने सोमवार को कहा कि भारतीय अधिकारी भावनाएं और स्थानीय राजनीति भड़का रहे हैं।
ज्ञात हो कि इटली के सुरक्षा कर्मियों ने 15 फरवरी को केरल से लगे समुद्र में मछली पकड़ने वाली एक नौका पर गोलीबारी की, जिसमें दो मछुआरों की मौत हो गई। सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि उन्होंने समुद्री डाकू समझकर मछुआरों पर गोली चलाई थी।
मैसिमिलियानो लैटोरे और सैल्वेटोरे जिरोने गोलीबारी के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें रविवार को पोत से उतार लिया गया तथा हिरासत में ले लिया गया।
तेरजी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "फिलहाल वहां न्यायिक प्रकृति को लेकर काफी मतभेद हैं।" तेरजी ने कहा कि स्थानीय राजनीति कूटनीतिक मतभेदों को सुलझाने में कठिनाई पैदा कर रही है।
तेलवाहक जहाज के दोनों सुरक्षाकर्मियों को हत्या के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि इटली का कहना है कि यह घटना अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में घटी थी, लिहाजा इटली के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा उनके देश में चलाया जाना चाहिए। भारत इस तर्क को खारिज करता है।
तेरजी ने कहा, "इस मामले को जटिल बनाने वाली वहां पहले से मौजूद एक परिस्थिति यह है कि केरल में चुनाव हो रहा है, जो निस्संदेह नागरिकों की भावनाओं पर असर डाल रहा है और इसके परिणामस्वरूप जांच पर असर पड़ रहा है।"
इटली ने कहा है कि एनरिका लेक्सी पर सवार सैनिकों ने मछली पकड़ने वाली नौका को डाकुओं की नौका समझ ली थी। लेकिन उन्होंने मछुआरों पर निशाना साधने से पहले चेतावनी स्वरूप गोलीबारी कर उचित प्रक्रिया का पालन किया। लेकिन भारत का कहना है कि इटली के सैनिकों ने संयम नहीं दिखाया।