भारत स्थित कनाडाई उच्चायुक्त ने अपने प्रधानमंत्री के साथ रात्रिभोज के लिए अटवाल को निमंत्रण भेजा था.(फाइल फोटो)
टोरंटो:
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ भोजन करने के लिए भारत में कनाडाई मिशन द्वारा आमंत्रित किए गए खालिस्तानी आतंकवादी जसपाल अटवाल ने गुरुवार को कहा कि 1986 में गोलीबारी के एक मामले में उसकी ‘आपराधिक दोषसिद्धि’ के मामले को उठाना अनुचित है. ट्रूडो की भारत यात्रा तब विवादों में आ गई जब भारत स्थित कनाडाई उच्चायुक्त ने अपने प्रधानमंत्री के साथ रात्रिभोज के लिए अटवाल को निमंत्रण भेजा. कनाडाई उच्चायुक्त ने गुरुवार रात ट्रूडो के लिए आयोजित रात्रिभोज के लिए अटवाल को भेजा गया आमंत्रण विवाद के चलते रद्द कर दिया. वहीं, विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस बात को देखेगा कि अटवाल ने भारत में किस तरह प्रवेश किया.
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वैंकूवर सन के अनुसार अटवाल ने कनाडा के पोस्टमीडिया से कहा कि रात्रिभोज में शामिल होने की उसकी कोई योजना नहीं थी क्योंकि वह कारोबार के सिलिसले में मुंबई में है.
VIDEO : विवादों में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा
अखबार के अनुसार अटवाल ने कहा कि 1986 में पंजाब के कैबिनेट मंत्री मल्कियत सिंह पर वैंकूवर द्वीप पर गोली चलाने के मामले में उसकी दोषसिद्धि के मुद्दे को उठाना अनुचित है क्योंकि यह अपराध बहुत पहले हुआ था. अटवाल ने आरोप लगाया कि पोस्टमीडिया द्वारा हासिल की गई तस्वीरों को ‘दुश्मन’ प्रसारित कर रहे हैं. उसने कहा कि वह 11 फरवरी को खुद भारत आया था और वह किसी आधिकारिक सरकारी प्रतिनिधमंडल का हिस्सा नहीं है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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वैंकूवर सन के अनुसार अटवाल ने कनाडा के पोस्टमीडिया से कहा कि रात्रिभोज में शामिल होने की उसकी कोई योजना नहीं थी क्योंकि वह कारोबार के सिलिसले में मुंबई में है.
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अखबार के अनुसार अटवाल ने कहा कि 1986 में पंजाब के कैबिनेट मंत्री मल्कियत सिंह पर वैंकूवर द्वीप पर गोली चलाने के मामले में उसकी दोषसिद्धि के मुद्दे को उठाना अनुचित है क्योंकि यह अपराध बहुत पहले हुआ था. अटवाल ने आरोप लगाया कि पोस्टमीडिया द्वारा हासिल की गई तस्वीरों को ‘दुश्मन’ प्रसारित कर रहे हैं. उसने कहा कि वह 11 फरवरी को खुद भारत आया था और वह किसी आधिकारिक सरकारी प्रतिनिधमंडल का हिस्सा नहीं है.
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