इजरायल लेबनान के साथ उत्तरी सीमा पर सबसे बड़े शहरों में से एक किर्यत शमोना से वहां के 20 हजार से अधिक निवासियों को निकालेगा. समाचार एजेंसी रॉयटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल ने शुक्रवार को यह बात कही. किर्यत शमोना और आसपास के सीमा क्षेत्र में एक दिन पहले भारी गोलीबारी हुई थी.
दो सप्ताह पहले गाजा में युद्ध शुरू के बाद से इजरायल-लेबनान सीमा पर लगातार झड़पें हो रही हैं.
इजरायल ने पहले ही सीमा से सटे कुछ क्षेत्रों को क्लोज्ड मिलिट्री जोन घोषित कर दिया था. इससे वहां के निवासियों को दूर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. लेकिन अब पूर्वी गैलील क्षेत्र की हरी-भरी पहाड़ियों से सबसे बड़ी निकासी हो रही है.
लेबनान की सेना के अनुसार गुरुवार को किर्यत शमोना के सीमा पार एक क्षेत्र में इजरायली गोलीबारी में एक पत्रकार की मौत हो गई. इस क्षेत्र में इजरायली सेना और लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ग्रुप के बीच एक-दूसरे पर भारी गोलीबारी की गई है.
हिजबुल्लाह ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि, "हम फिर से पुष्टि करते हैं कि हमारे देश की सुरक्षा पर हमला या नागिरकों की हत्या के बिना प्रतिक्रिया नहीं करेंगे."
आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई की तैयारीइज़रायल रक्षा बलों (IDF) के स्पोक्सपर्सन डैनियल हगारी ने कहा, "इस तरह की निकासी, जो कि उत्तरी सीमा पर कई शहरों में पहले ही की जा चुकी है, आईडीएफ को आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ऑपरेशन फ्रीडम को विस्तार देने की इजाजत देती है."
गाजा में इजराइल और हमास इस्लामवादियों के बीच लड़ाई एक व्यापक, क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकती है. इज़राइल-लेबनान सीमा पर लगातार हिंसा के चलते यह आशंका पैदा हो गई है.
इजरायल की सेना ने दावा किया है कि उसके एक ड्रोन ने रात में "लेबनानी क्षेत्र में एक आतंकवादी को मार गिराया." उसने यह भी कहा है कि लेबनान से दागे गए रॉकेटों के जवाब में उसने हिजबुल्लाह की संपत्तियों को निशाना बनाया.
सीमा क्षेत्र से हटाए जा रहे लोगों को गेस्टहाउसों में रखा जाएगाइजरायल के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि किर्यत शमोना से निकाले गए लोगों को राज्य से सब्सिडी हासिल करने वाले गेस्टहाउसों में रखा जाएगा. मंत्रालय के अनुसार यह लोग उन हजारों इजराइलियों में शामिल हैं जो पहले दक्षिणी गाजा सीमा के पास अपने घरों को छोड़ चुके हैं.
पत्रकारों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली समिति ने कहा है कि उसने इजरायल-गाजा संघर्ष की शुरुआत के बाद से मारे गए 20 से अधिक पत्रकारों के दस्तावेज तैयार किए हैं. इन दस्तावेजों से जांच की जा रही है कि वे कहां मारे गए, घायल हुए या लापता हुए. पत्रकारों से संबंधित रिपोर्ट की जांच की जा रही है.
इजरायल-लेबनान सीमा पर नया घटनाक्रम दक्षिणी लेबनान में रॉयटर्स के पत्रकार इस्साम अब्दुल्ला की हत्या के लगभग एक सप्ताह बाद हुआ है. लेबनान की सेना ने इजरायल पर आरोप लगाया है और इजरायल की सेना का कहना है कि वह मामले की समीक्षा कर रही है. रॉयटर्स ने इजरायल से "गहन, शीघ्र और पारदर्शी जांच" करने का आग्रह किया है.
यह भी पढ़ें -
गाजा में अब तक 16 फिलिस्तीनी पत्रकारों की मौत, इजरायल ने मीडिया संगठनों को बनाया निशाना
इजरायल-हमास के बीच जंग का दायरा बढ़ने का खतरा, US-UK ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने को कहा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं