सांकेतिक तस्वीर
बेनगाजी (लीबिया):
इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) लीबिया में अपने गढ़ से तेल के एक बड़े केन्द्र की तरफ बढ़ रहा है, जबकि सरकारी सेना हवाई हमलों से उसे उधर बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रही है।
उधर, पेरिस में फ्रांसीसी प्रधानमंत्री मैनुएल वाल्स ने आगाह किया कि लीबिया की स्थिति 'आने वाले कुछ महीनों में बड़ा मुद्दा होगी।' इराक और सीरिया के बड़े हिस्सों पर पहले से ही नियंत्रण कर चुके आईएस ने 2011 के विद्रोह में लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी के तख्तापलट और उनकी हत्या के बाद देश में व्याप्त अराजकता का फायदा उठाया है और लीबिया में अपनी जड़ें जमाने की मुहिम छेड़ी है।
आईएस ने राजधानी त्रिपोली से 450 किलोमीटर पूर्व में स्थित गद्दाफी के गृहनगर सिरते पर कब्जा किया हुआ है, जो तेल का एक अहम केन्द्र है। वह देश के दूसरे सबसे बड़े शहर बेनगाजी पर कब्जे के लिए कोशिश कर रहा है। वह अज्दाबिया पर अपना प्रभाव जमाना चाहता है, जो तेल उत्पादन करने वाला लीबिया का प्रमुख क्षेत्र है।
इस बीच, त्रिपोली से एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि लीबिया की गैर मान्यता प्राप्त सरकार ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है, लेकिन खलीफा ग्वील प्रधानमंत्री बने रहेंगे। जनरल नेशनल कांग्रेस के एक सूत्र ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री के पद के अतिरिक्त, 'जनरल नेशनल कांग्रेस ने मंत्रियों की संख्या' 24 से घटा कर 12 करने 'के पक्ष में मत दिया।'
उधर, पेरिस में फ्रांसीसी प्रधानमंत्री मैनुएल वाल्स ने आगाह किया कि लीबिया की स्थिति 'आने वाले कुछ महीनों में बड़ा मुद्दा होगी।' इराक और सीरिया के बड़े हिस्सों पर पहले से ही नियंत्रण कर चुके आईएस ने 2011 के विद्रोह में लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी के तख्तापलट और उनकी हत्या के बाद देश में व्याप्त अराजकता का फायदा उठाया है और लीबिया में अपनी जड़ें जमाने की मुहिम छेड़ी है।
आईएस ने राजधानी त्रिपोली से 450 किलोमीटर पूर्व में स्थित गद्दाफी के गृहनगर सिरते पर कब्जा किया हुआ है, जो तेल का एक अहम केन्द्र है। वह देश के दूसरे सबसे बड़े शहर बेनगाजी पर कब्जे के लिए कोशिश कर रहा है। वह अज्दाबिया पर अपना प्रभाव जमाना चाहता है, जो तेल उत्पादन करने वाला लीबिया का प्रमुख क्षेत्र है।
इस बीच, त्रिपोली से एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि लीबिया की गैर मान्यता प्राप्त सरकार ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है, लेकिन खलीफा ग्वील प्रधानमंत्री बने रहेंगे। जनरल नेशनल कांग्रेस के एक सूत्र ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री के पद के अतिरिक्त, 'जनरल नेशनल कांग्रेस ने मंत्रियों की संख्या' 24 से घटा कर 12 करने 'के पक्ष में मत दिया।'