
नई दिल्ली/बाली:
इंडोनेशिया के बाली में जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को भारत लाने के लिए सीबीआई, दिल्ली और मुंबई पुलिस की संयुक्त टीम इंडोनेशिया रवाना हो गई है।
इससे पहले आज पहली बार किसी भारतीय अधिकारी ने बाली में छोटा राजन से मुलाक़ात की। जकार्ता में भारतीय दूतावास के फ़र्स्ट सेक्रेटरी संजीव अग्रवाल ने आज जेल में छोटा राजन से मुलाक़ात की। इसे छोटा राजन को भारत लाने की कोशिश के तौर पर देखा गया। छोटा राजन को पिछले रविवार को बाली एयरपोर्ट से गिरफ़्तार किया था।
'दाऊद गैंग से बताया था जान को खतरा'
इससे पहले बाली की जेल में बंद छोटा राजन ने दाऊद गैंग से अपनी जान को खतरा बताया था। छोटा राजन ने भारत सरकार और इंडोनेशिया पुलिस को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उसने कहा है कि उसे यहां ठीक से इलाज भी नहीं मिल रहा है और भारत जाना चाहता है।
राजन का दावा वह भारत आना चाहता है
बाली पुलिस ने उससे पूछताछ भी की थी। पुलिस का यह भी कहना है कि छोटा राजन का स्वास्थ्य ठीक है। एक तरफ अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को भारत लाने की तैयारी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ यह सवाल भी चल रहा है कि छोटा राजन आख़िर बाली में गिरफ़्तार कैसे हुआ। छोटा राजन ने दावा किया कि उसने सरेंडर नहीं किया है हालांकि उसने कहा कि वह भारत आना चाहता है।
तीन महीने पहले शुरू हुआ राजन को गिरफ्तार करने का ऑपरेशन
NDTV को पता चला था कि छोटा राजन को गिरफ़्तार करने के लिए 3 महीने पहले ही ऑपरेशन शुरू किया गया था। सूत्रों के मुताबिक़ छोटा राजन को अंदेशा था कि उसे बाली पहुंचते ही गिरफ़्तार कर लिया जाएगा। इंडोनेशिया पुलिस ने बीते रविवार को ही छोटा राजन को गिरफ़्तार किया है।
राजन ने कहा, वह किसी से नहीं डरता
इससे पहले इंडोनेशियाई शहर बाली में गिरफ्तार राजन के हाथों में हथकड़ी डाल जब पुलिस उसे साथ ले जा रही थी, तभी उसने NDTV से बातचीत में कहा था, मैं किसी से नहीं डरता। बाली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया था कि वह काफी डरा हुआ है और भारत नहीं जाना चाहता। इस पर NDTV से जब राजन से पूछा कि क्या उसके डर की वजह दाऊद इब्राहिम है, तो उसने यह बात कही। बाली के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, राजन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह जिम्बाब्वे भागने की ताक में था।
इससे पहले आज पहली बार किसी भारतीय अधिकारी ने बाली में छोटा राजन से मुलाक़ात की। जकार्ता में भारतीय दूतावास के फ़र्स्ट सेक्रेटरी संजीव अग्रवाल ने आज जेल में छोटा राजन से मुलाक़ात की। इसे छोटा राजन को भारत लाने की कोशिश के तौर पर देखा गया। छोटा राजन को पिछले रविवार को बाली एयरपोर्ट से गिरफ़्तार किया था।
'दाऊद गैंग से बताया था जान को खतरा'
इससे पहले बाली की जेल में बंद छोटा राजन ने दाऊद गैंग से अपनी जान को खतरा बताया था। छोटा राजन ने भारत सरकार और इंडोनेशिया पुलिस को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उसने कहा है कि उसे यहां ठीक से इलाज भी नहीं मिल रहा है और भारत जाना चाहता है।
राजन का दावा वह भारत आना चाहता है
बाली पुलिस ने उससे पूछताछ भी की थी। पुलिस का यह भी कहना है कि छोटा राजन का स्वास्थ्य ठीक है। एक तरफ अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को भारत लाने की तैयारी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ यह सवाल भी चल रहा है कि छोटा राजन आख़िर बाली में गिरफ़्तार कैसे हुआ। छोटा राजन ने दावा किया कि उसने सरेंडर नहीं किया है हालांकि उसने कहा कि वह भारत आना चाहता है।
तीन महीने पहले शुरू हुआ राजन को गिरफ्तार करने का ऑपरेशन
NDTV को पता चला था कि छोटा राजन को गिरफ़्तार करने के लिए 3 महीने पहले ही ऑपरेशन शुरू किया गया था। सूत्रों के मुताबिक़ छोटा राजन को अंदेशा था कि उसे बाली पहुंचते ही गिरफ़्तार कर लिया जाएगा। इंडोनेशिया पुलिस ने बीते रविवार को ही छोटा राजन को गिरफ़्तार किया है।
राजन ने कहा, वह किसी से नहीं डरता
इससे पहले इंडोनेशियाई शहर बाली में गिरफ्तार राजन के हाथों में हथकड़ी डाल जब पुलिस उसे साथ ले जा रही थी, तभी उसने NDTV से बातचीत में कहा था, मैं किसी से नहीं डरता। बाली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया था कि वह काफी डरा हुआ है और भारत नहीं जाना चाहता। इस पर NDTV से जब राजन से पूछा कि क्या उसके डर की वजह दाऊद इब्राहिम है, तो उसने यह बात कही। बाली के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, राजन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह जिम्बाब्वे भागने की ताक में था।
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