
हेनरी फोर्ड अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में कार्यरत थे राकेश कुमार (फाइल फोटो)
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शव एक कार में यात्री सीट पर मिला था
परिजनों को किसी पर संदेह नहीं
पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है
उन्होंने कहा, ‘हमें कोई संदेह नहीं है. हमें नहीं लगता कि यह घृणा अपराध है.’ राकेश ने कोच्चि के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से डॉक्टरी की पढ़ाई की है. राकेश जब अस्पताल अपने काम पर नहीं पहुंचे तो एक सहकर्मी ने उनके पिता को फोन करके कारण जानना चाहा. नरेन्द्र ने कहा, ‘यह बहुत असमान्य था.’
उन्होंने कहा, 'राकेश को कई फोन कॉल किये, संदेश भेजे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. फिर वह अपने बेटे के घर गये, वहां मकान खाली पाकर उन्होंने पुलिस को सूचित किया. कुछ ही घंटे बाद पुलिस को राकेश का शव मिला. पुलिस घटना के बारे में कोई टिप्पणी करने से बच रही है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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