विज्ञापन
This Article is From Jan 02, 2020

भारत, पाक ने कैदियों की सूचियों का आदान-प्रदान किया

इन सूचियों को 2008 के एक समझौते के प्रावधानों के तहत आदान-प्रदान किया गया. इसके तहत हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को कैदियों की इस तरह की सूची का आदान-प्रदान किया जाता है.

भारत, पाक ने कैदियों की सूचियों का आदान-प्रदान किया
भारत, पाक ने कैदियों की सूचियों का आदान-प्रदान किया
नयी दिल्ली/इस्लामाबाद:

भारत और पाकिस्तान ने अपनी-अपनी जेलों में कैद एक दूसरे के असैन्य कैदियों और मछुआरों की सूचियों का बुधवार को आदान-प्रदान किया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत ने अपनी हिरासत में मौजूद 267 पाकिस्तानी असैन्य कैदियों और 99 मछुआरों की सूचियां पाकिस्तान को सौंपी.

वहीं, पाकिस्तान ने अपनी जेलों में कैद 282 भारतीय कैदियों की एक सूची भारतीय उच्चायोग को सौंपी, जिनमें 55 असैन्य नागरिक और 227 मछुआरे शामिल हैं.

इन सूचियों को 2008 के एक समझौते के प्रावधानों के तहत आदान-प्रदान किया गया. इसके तहत हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को कैदियों की इस तरह की सूची का आदान-प्रदान किया जाता है.

भारत सरकार ने भारतीय असैन्य कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों की शीघ्र रिहाई और उन्हें स्वदेश भेजने की अपील की है.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में पाकिस्तान से चार भारतीय असैन्य कैदियों और 126 भारतीय मछुआरों की रिहाई में तेजी लाने तथा उन्हें स्वदेश भेजने को कहा गया है, जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हो चुकी है एवं इस बात से पाकिस्तान को अवगत करा दिया गया है.

इसके अलावा भारतीय असैन्य कैदी समझे जा रहे 14 लोगों को और पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद 100 भारतीय मछुआरों को फौरन राजनयिक पहुंच मुहैया करने को पाक को कहा है.

भारत सरकार ने पाकिस्तान से मेडिकल विशेषज्ञ टीम के सदस्यों के वीजा प्रदान करने में तेजी लाने और भारतीय समझे जा रहे मानसिक रूप से अशक्त कैदियों की मानसिक हालत का आकलन करने के लिए उनकी यात्रा में मदद करने को कहा है.

भारत ने पाकिस्तान से संयुक्त न्यायिक समिति की वहां की शीघ्र यात्रा आयोजित करने और मछली पकड़ने वाली 22 भारतीय नौकाओं को छोड़ने एवं उनकी वापसी के सिलसिले में चार सदस्यीय एक टीम की कराची की शीघ्र यात्रा आयोजित कराने को भी कहा है.

भारत ने पाकिस्तान से 82 पाकिस्तानी कैदियों की राष्ट्रीयता की पुष्टि के लिए उसकी ओर से कार्रवाई में तेजी लाने को भी कहा है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com