बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पिछले 24 घंटों से भारत में हैं. शेख हसीना ने अब तक किसी देश से रहने के लिए शरण नहीं मांगी है. उनके बेटे ने सभी अटकलों को खारिज करते हुए आज एनडीटीवी को स्पष्ट रूप से यह बताया. वाशिंगटन में रहने वाले साजीब वाजेद ने कहा कि 76 वर्षीय उनकी मां हसीना वैसे भी सेवानिवृत्ति पर विचार कर रही थीं और अब वह राजनीति से संन्यास ले लेंगी और अपना समय अपने परिवार के सदस्यों के बीच बांटेंगी.
अमेरिका और ब्रिटेन पर क्या कहा?
शेख हसीना को शरण देने के अनुरोध पर ब्रिटेन की खामोशी और अमेरिका द्वारा उनके वीजा को रद्द करने के बारे में कई रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर वाजेद ने कहा, "मां के शरण के अनुरोध के बारे में खबरें गलत हैं. उन्होंने कहीं भी शरण का अनुरोध नहीं किया है. इसलिए यूके या यूएस जवाब नहीं दे रहे या मना कर रहे हैं, ये सच नहीं है." अमेरिकी वीजा रद्द होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'अमेरिका के साथ ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है.'
कहां रहेंगी शेख हसीना?
वाजेद ने कल यह कहकर सुर्खियां बटोरी थीं कि उनकी मां राजनीति छोड़ देंगी. आज उन्होंने इसे फिर दोहराया. उन्होंने कहा, ''बांग्लादेश में मां की राजनीति खत्म हो चुकी है... मेरी मां वैसे भी सेवानिवृत्त होने की योजना बना रही थीं, यह उनका आखिरी कार्यकाल होने वाला था.'' उन्होंने कहा, परिवार अब एक साथ समय बिताने की योजना बना रहा है - कहां और कैसे? इस पर अभी तक काम नहीं किया गया है.
शेख हसीना के कितने बच्चे?
आपको बता दें कि शेख हसीना का एक बेटा और एक बेटी हैं. 53 साल के साजिब वाजेद अमेरिका में रहते हैं. वो पेशे से कारोबारी होने के साथ-साथ इंफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी के लिए बांग्लादेश सरकार के सलाहकार भी रह चुके हैं. वहीं शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद पेशे से साइकोलॉजिस्ट और हेल्थ एक्टिविस्ट हैं. साइमा इसके साथ ही सोशल वर्क से भी जुड़ी हुईं हैं. फिलहाल वो WHO में दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्रों में डायरेक्टर के तौर पर काम करती हैं.
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