बीजिंग:
चीन में दवा सुरक्षा की निगरानी करने वाली शीर्ष संस्था का कहना है कि उसके पास उनके देश में बिके 700 से ज्यादा फ्रांसीसी प्रत्यारोपित स्तनों के फटने के कोई प्रमाण नहीं है। पॉली इम्प्लांट प्रोथीस (पीआईपी) द्वारा निर्मित प्रत्यारोपित स्तनों को लेकर दुनियाभर के स्वास्थ्य जगत में चिंता है। दरअसल फ्रांसीसी अधिकारियों ने हाल ही में अपने देश की महिलाओं को ये स्तन निकलवा देने की सलाह दी थी। उन्होंने इन स्तनों के फटने का खतरा व्यक्त किया था।
समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक फ्रांसीसी चिकित्सा नियामक एजेंसी ने 30 दिसम्बर को कहा था कि इस तरह के स्तनों वाली महिलाओं में कैंसर के 20 मामले सामने आए हैं। आधिकारिक जांच में पाया गया था कि पीआईपी कम्पनी स्वास्थ्य अधिकारियों की इजाजत के बिना अपने उत्पादों में औद्योगिक सिलिकन का इस्तेमाल करती है।
चीन के 'स्टेट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' (एसएफडीए) ने चीन में होने वाली पीआईपी उत्पादों की बिक्री की जांच के बाद पाया कि एसएफडीए से 2009 में स्वीकृति मिलने के बाद यहां पीआईपी के 912 उत्पाद आए हैं। चीनी कम्पनी ने पीआईपी के कुल 743 प्रत्यारोपित स्तन बेचे लेकिन अब तक देश में कहीं से भी इन स्तनों के फटने का समाचार नहीं है।
समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक फ्रांसीसी चिकित्सा नियामक एजेंसी ने 30 दिसम्बर को कहा था कि इस तरह के स्तनों वाली महिलाओं में कैंसर के 20 मामले सामने आए हैं। आधिकारिक जांच में पाया गया था कि पीआईपी कम्पनी स्वास्थ्य अधिकारियों की इजाजत के बिना अपने उत्पादों में औद्योगिक सिलिकन का इस्तेमाल करती है।
चीन के 'स्टेट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' (एसएफडीए) ने चीन में होने वाली पीआईपी उत्पादों की बिक्री की जांच के बाद पाया कि एसएफडीए से 2009 में स्वीकृति मिलने के बाद यहां पीआईपी के 912 उत्पाद आए हैं। चीनी कम्पनी ने पीआईपी के कुल 743 प्रत्यारोपित स्तन बेचे लेकिन अब तक देश में कहीं से भी इन स्तनों के फटने का समाचार नहीं है।
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इंप्लांटेड ब्रेस्ट, प्रत्यारोपित स्तन