पेरिस:
फ्रांस के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 30,000 महिलाओं से स्थानीय स्तर पर बने प्रत्यारोपित स्तन हटवाने के लिए कहा है। इस पर आने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि उन्होंने देखा है कि अन्य ब्रांड्स की तुलना में पीआईपी (पॉली इम्प्लांट प्रोथीस) ब्रांड के स्तन लगवाने वाली महिलाओं में कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता। वक्तव्य में कहा गया है, वैसे कृत्रिम स्तनों के साथ एक जोखिम यह है कि इनके फट जाने पर इनसे जलन पैदा करने वाला जेल बाहर निकलता है, जिससे सूजन आ सकती है और इसे बाहर निकालना मुश्किल हो सकता है। फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्री जेवियर बरट्रैंड ने फ्रांसीसी महिलाओं को सलाह दी है कि जिन्होंने भी पीआईपी प्रत्यारोपण कराया है, वे एहतियात बरतते हुए उसे निकलवा दें, लेकिन त्वरित रूप से ऐसा करना जरूरी नहीं है। प्रत्यारोपित स्तनों को हटाने में आने वाला खर्च सरकार देगी। पीआईपी प्रत्यारोपण वाली छह महिलाओं में स्तन कैंसर का मामला सामने आने के बाद यह सलाह दी गई है। ये कृत्रिम स्तन फ्रांसीसी कम्पनी पीआईपी बनाती है। यह कम्पनी सिलिकन स्तनों की तीसरी सबसे बड़ी निर्माता है। कम्पनी दुनियाभर के 65 देशों खासकर दक्षिण अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में अपने उत्पाद बेचती है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
प्रत्यारोपित स्तन, इम्पालेंटेड ब्रेस्ट, फ्रांस