इस्लामाबाद:
अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया आतंकवादी मोहम्मद इलियास कश्मीरी पूरी दुनिया में आतंक की इबारत लिखना चाहता था और वह अपने कई मंसूबों में कामयाब भी हुआ था। भारत ने भी इस खूंखार दहशतगर्द की कई खतरनाक साजिशों के दंश झेले। ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद उसके उत्तराधिकारी के रूप में भी कश्मीरी का नाम चल रहा था। उसने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई को दहलाने के लिए रची गई साजिश में भी अहम भूमिका निभाई। उसने एक भारतीय सैन्य अधिकारी की हत्या भी थी। कश्मीरी का जन्म दो जनवरी, 1964 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली में हुआ था। उसने इस्लामाबाद के अल्लामा इकबाल मुक्त विश्वविद्यालय से तालीम हासिल की थी। इसके बाद उसने जेहाद के नाम पर आतंक का रास्ता चुना। उसने पहली बार अफगानिस्तान में सोवियत संघ की सेना के खिलाफ हथियार उठाया और इसी दौरान उसे अपनी एक आंख और हाथ की एक अंगुली भी गवांनी पड़ी। यहीं से कश्मीरी के आतंकवादी सफर की शुरुआत हुई थी। दहशत की दुनिया में कश्मीरी ने सबसे पहले लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़ा। यह वही संगठन है, जो भारत में कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार है। अमेरिका ने उस पर 50 लाख डालर का इनाम घोषित कर रखा था।
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भारत, गुनाहगार, इलियास कश्मीरी