
- गाजा में अल कासिम ब्रिगेड ने इजरायल के सात सैनिकों को उतारा मौत के घाट.
- सैनिकों की मौत से नेतन्याहू ने दिन को मुश्किल बताया है.
- इजरायल ने पिछले दिनों अल अक्सा मस्जिद को भी खोल दिया है.
ईरान इजरायल के बीच फिलहाल शांति है. 13 जून को इजरायल के ईरान पर हमले के बाद तेल अवीव पर भी ईरान की मिसाइलें बरसीं. इजरायल ने एक तरफ जहां ईरान के साथ मोर्चा संभाला था तो वहीं उसे गाजा पर भी ध्यान देना था. ईरान पर जहां इजरायली वायुसेना ने मिसाइलें बरसाईं तो वहीं गाजा में भी उसके सैनिक वॉर जोन में डटे हुए थे. हालत यह थी कि इजरायल गाजा में हमास के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था तो दूसरी ओर ईरान के साथ भी उलझा हुआ था.
नेतन्याहू बोले, मुश्किल दिन
इजरायल को उस समय बड़ा झटका लगा जब एक ब्लास्ट में इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के सात सैनिकों की मौत हो गई. हमला दक्षिण इजरायल के खान यूनिस में हुआ है जहां पर इजरायली सेना का पिछले दो सालों से हमले कर रही है. ईरान के साथ हुए सीजफायर के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को इस खबर को 'मुश्किल दिन' करार दिया है.
नेतन्याहू ने आईडीएफ सैनिकों की हत्या पर आधिकारिक बयान भी जारी किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'हमारे बहादुर सैनिक हमास को हराने और गाजा पट्टी के दक्षिण में हमारे बंधकों को मुक्त कराने की लड़ाई में शहीद हो गए. इजरायल के सभी नागरिकों के साथ, मैं और मेरी पत्नी, कॉम्बैट इंजीनियरिंग बटालियन के हमारे सात सैनिकों की मृत्यु पर शोक और शोक व्यक्त करते हैं. उनकी स्मृति को आशीर्वाद मिले.'
24 जून को भी सैनिक बने निशाना
जहां एक तरफ इजरायल को लग रहा था कि उसने गाजा में हमास को कमजोर कर दिया तो दूसरी ओर यह हमला, उसके लिए एक बड़ा झटका है. जिन सात सैनिकों की मौत हुई है, वो आईडीएफ की 605वीं बटालियन का हिस्सा थे. बताया जा रहा है कि हमले में हमास को ईरान की मदद मिली थी. इस हमले में सैनिकों के बख्तरबंद वाहन के नीचे विस्फोटक फिट किया गया था. धमाका इतनी तेज था कि सैनिकों के परखच्चे तक उड़ गए हैं. हमले की जिम्मेदारी अल-कासिम ने ली है. 24 जून को भी इजरायल के पांच सैनिकों की मौत हो गई थी. इस हमले में हमास ने एक बिल्डिंग में इजरायली सैनिकों को मार दिया था.
इजरायल ने खोली मस्जिद
इजरायल ने 12 दिनों तक बंद रखने के बाद पिछले दिनों अल अक्सा मस्जिद को भी खोल दिया है. वहीं गाजा में मेडिकल सोर्सेज की तरफ से बताया गया है कि इजरायली हमलों में मंगलवार और बुधवार तक 51 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इनमें मानवीय सहायता का इंतजार कर रहे 14 नागरिक भी शामिल हैं. इजरायली सेना ने घोषणा की है कि कि रिजर्व डिवीजन 252 ने 4.5 महीने की लड़ाई के बाद नॉर्थ गाजा में अपना अभियान खत्म कर लिया है. अब इसकी जगह डिवीजन 99 अब अपना पदभार संभालेगा.
गाजा में 56 लोगों की मौत
पिछले 12 दिनों में इजरायल की सेना की तरफ से हुए हमलों और ड्रोन हमलों में कम से कम 86 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इनमें वो भी शामिल हैं जो जो मदद के लिए किए गए थे. इजरायल ने सहायता वितरण केंद्रों के पास 56 लोगों को अलग-अलग हमलों में मार दिया है. अकेले राफा में, एन्क्लेव के दक्षिण में, इजरायली सेना ने पिछले दिनों 27 ऐसे लोगों को मौत के घाट उतार दिया जिन्हें मदद की दरकिनार थी.
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