इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने शनिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच लंबित मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र तरीका बातचीत है क्योंकि दोनों देश युद्ध को वहन नहीं कर सकते। गिलानी ने यह टिप्पणी प्राइम मिनिस्टर ऑनलाइन लाइव शो की पहली कड़ी के दौरान की। इस लाइव शो में उन्होंने जनता के सवालों के जवाब दिये और उनकी शिकायतों का निराकरण करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, जनता और विपक्ष की ओर से :भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर: काफी ज्यादा दबाव है लेकिन मेरा मानना है कि बातचीत ही एकमात्र जवाब है। यही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है क्योंकि हम युद्ध को वहन नहीं कर सकते। हमें बातचीत करनी चाहिये और भविष्य में ऐसा होगा। गिलानी इस सवाल पर जवाब दे रहे थे कि वर्ष 2008 में मुंबई में हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध किस तरह के हैं। गिलानी ने कहा कि उन्होंने सिंह से शर्म अल शेख सहित कई मौकों पर मुलाकात की। शर्म अल शेख में यह प्रतिबद्धता की गयी कि दोनों देश मुंबई हमलों के बाद की स्थिति से बंधे नहीं रह सकते। उन्होंने कहा, बहरहाल, जब मनमोहन सिंह भारत लौटे तो संसद में तथा जनता की ओर से उन पर दबाव था, लिहाजा कोई प्रगति नहीं हो सकी। गिलानी पाकिस्तान के ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गये हैं जो टेलीविजन पर आकर लाइव शो में जनता के सवालों का जवाब दे रहे हैं। इस नये शो का प्रसारण हर महीने की पहली तारीख को होगा। पचास मिनट के इस शो के दौरान गिलानी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जिहाद छेड़ने की सरकार की इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि जवाबदेही कानून बनाने सहित कई विधायी उपाय कर ऐसा किया जायेगा। उन्होंने कहा, यह नववर्ष के लिये हमारा संकल्प है कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जिहाद शुरू करेंगे। मैंने :मुख्य विपक्षी दल पीएमएल-एन के प्रमुख: नवाज शरीफ से बात की है ताकि हम आम सहमति से जवाबदेही विधेयक को पारित करा सकें। और ऐसा इस तरीके से किया जायेगा कि कोई भी हम पर सवाल खड़े नहीं करें।