त्रिपोली:
गठबंधन सेना द्वारा लीबिया पर हमले के बावजूद गद्दाफी की सेना का मंगलवार को बेनघाजी, मिसुराता, जिनतान और अजदाबिया पर हमले जारी रहे। इस हमलों में चार बच्चों के मारे जाने की खबर है। इस बीच अमेरिका का एक जेट लड़ाकू विमान सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मिसुराता के अलावा अजदाबिया के पूर्वी इलाकों में भी भीषण संघर्ष जारी है। सेना के भीषण हमले में विद्रोही सेना को पीछे हटना पड़ा है। लीबिया सरकार के प्रवक्ता इब्राहिम ने कहा कि सेना ने देश के तीसरे सबसे बड़े शहर मिसुराता को विद्रोहियों के कब्जे से 'तीन दिन पहले मुक्त कर लिया।' सेना अब 'आतंकवादी तत्वों' का शिकार कर रही है। समाचार चैनल 'अल जजीरा' ने विद्रोही गुट के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया कि सेना द्वारा मंगलवार को मिसुराता शहर पर किए गए हमले में चार बच्चे मारे गए। समाचार चैनल के मुताबिक विद्रोही गुट के एक प्रवक्ता ने बताया कि सेना द्वारा हमला किए जाने के बाद भी शहर पर विद्रोहियों का नियंत्रण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि गद्दाफी की सेना ने शहर पर टैंकों से हमले किए और भवनों की छत पर तैनात बंदूकधारी गलियों में लोगों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिकी सेना ने कहा है कि उसके जेट लड़ाकू विमानों में से एक विमान लीबिया में सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। समाचार पत्र 'टेलीग्राफ' के मुताबिक एक सैन्य प्रवक्ता ने सोमवार को इस दुर्घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एफ-15 जेट लड़ाकू विमान के चालक दल के दोनों सदस्यों को बचा लिया गया है। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक दुर्घटना के पीछे तकनीकी खराबी होना माना जा रहा है। मिसुराता के अलावा अजदाबिया के पूर्वी इलाकों में भी लड़ाई जारी है। सेना के भीषण हमले में विद्रोही सेना को पीछे हटना पड़ा है। समाचार चैनल के रिपोर्टर टोनी ब्रिटले ने कहा, "अजदाबिया में भीषण लड़ाई चल रही है। विद्रोहियों ने मुझसे बताया है कि यहां भारी संख्या में लोग मारे गए हैं।" चैनल के मुताबिक गठबंधन सेना के हवाई हमले को देखते हुए गद्दाफी की सेना बेनघाजी से 100 किलोमीटर पीछे हट गई है। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक समाचार चैनल 'अल जजीरा' ने विद्रोहियों के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया कि सेना जिनतान पर गोलीबारी करने के साथ ही शहर के मध्य में दाखिल होने के लिए तोपों से भीषण हमले कर रही है। यह शहर राजधानी त्रिपोली से करीब 160 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रवक्ता अदेल अल-जिनतानी ने कहा, "शासन का सहयोग करने वालों के साथ हम दया प्रदर्शित नहीं करेंगे। हमारे पास दृढ़ इच्छाशक्ति है और हम पीछे नहीं हटेंगे।" लीबिया पर गठबंधन सेना के हमले की भारत और चीन ने निंदा की है। दोनों देशों ने हमले रोकने की मांग की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जिआंग यू ने मंगलवार को कहा कि गठबंधन सेना द्वारा 'लीबिया पर भीषण रूप से हमले करने पर वहां के नागरिकों की मौत हो रही है और इससे मानवाधिकारों का और हनन हो रहा है।' चीन की सरकार इसका विरोध करती है। भारत के केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने संसद में दिए अपने बयान में कहा कि लीबिया में 'किसी भी बाहरी देश को' हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, "एक देश के शासन को बदलने का निर्णय दो देश भी नहीं ले सकते।" उल्लेखनीय है कि भारत और चीन उन पांच देशों में शामिल हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा लीबिया को उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने और सैन्य हस्तक्षेप की मंजूरी देने के लिए बुलाई गई बैठक से दूर रहे।
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लीबिया, संघर्ष