इटली की राजधानी में आयोजित जी-20 समूह ( G-20 Summit) के सम्मेलन में सदस्य देशों के नेताओं ने घोषणा पत्र जारी करके कोरोना से निपटने के प्रयासों के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों और वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया. साथ ही घोषणा पत्र में कहा गया है कि भारत समेत जी 20 देश 2030 तक जैव विविधता ह्रास को रोकने और क्षतिपूर्ति की कार्रवाइयों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके अनुसार ये देश जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए तथा ग्लासगो में हो रहे सीओपी 26 सम्मेलन को सफल बनाने के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं.
घोषणापत्र में कहा गया कि महामारी के खिलाफ सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधनों में टीके शामिल हैं और व्यापक कोविड-19 टीकाकरण वैश्विक रूप से जनता की भलाई के लिए है. जी-20 नेताओं ने 2021 के अंत तक कम से कम 40% तथा 2022 के मध्य तक 70% आबादी के टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों पर सहमति जताई.
उन्होंने घोषणा में कहा कि सदस्य देश सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पर्याप्त पोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें कोई नहीं छूटे. जी-20 देशों ने यह घोषणा भी की कि वे सुरक्षित और क्रमबद्ध तरीके से अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू करने के लिए प्रयास करने पर सहमत हुए हैं.
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