तोक्यो:
जापान में पिछले साल आए शक्तिशाली भूकंप और सुनामी के बाद पैदा हुए फुकुशिमा परमाणु संकट के संदर्भ में तोक्यो की एक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह परमाणु हादसा ‘मानव निर्मित’ आपदा था।
फुकुशिमा परमाणु हादसे की जांच के लिए गठित स्वतंत्र जांच आयोग की रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘सरकार, नियामक अधिकारियों और तोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर में लोगों की जिन्दगी और समाज की सुरक्षा को लेकर दायित्व की समझ का अभाव था।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘स्पष्ट है कि यह हादसा मानव निर्मित आपदा था।’’ इसने कहा, ‘इस आयोग के अध्ययन के अनुसार ऐसा माना जाता है कि फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र असुरक्षित स्थिति में था जिसके बारे में यह कोई गारंटी नहीं कि यह भूकंप या सुनामी को सह सकता है।’
आयोग ने कहा, ‘कदम उठाने के कई अवसर होने के बावजूद नियामक एजेंसियों और टेप्को प्रबंधन ने जानबूझकर फैसलों को टाला, कार्रवाई नहीं की या ऐसे निर्णय लिए जो उनके लिए सुविधाजनक थे।’ पिछले साल 11 मार्च को जापान में आए शक्तिशाली भूकंप और सुनामी के कारण फुकुशिमा परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके कारण यहां एक बड़ा परमाणु संकट पैदा हो गया था।
फुकुशिमा परमाणु हादसे की जांच के लिए गठित स्वतंत्र जांच आयोग की रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘सरकार, नियामक अधिकारियों और तोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर में लोगों की जिन्दगी और समाज की सुरक्षा को लेकर दायित्व की समझ का अभाव था।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘स्पष्ट है कि यह हादसा मानव निर्मित आपदा था।’’ इसने कहा, ‘इस आयोग के अध्ययन के अनुसार ऐसा माना जाता है कि फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र असुरक्षित स्थिति में था जिसके बारे में यह कोई गारंटी नहीं कि यह भूकंप या सुनामी को सह सकता है।’
आयोग ने कहा, ‘कदम उठाने के कई अवसर होने के बावजूद नियामक एजेंसियों और टेप्को प्रबंधन ने जानबूझकर फैसलों को टाला, कार्रवाई नहीं की या ऐसे निर्णय लिए जो उनके लिए सुविधाजनक थे।’ पिछले साल 11 मार्च को जापान में आए शक्तिशाली भूकंप और सुनामी के कारण फुकुशिमा परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके कारण यहां एक बड़ा परमाणु संकट पैदा हो गया था।
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