इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक सरकारी अस्पताल में दिल के मरीजों को मुहैया कराई गई नकली दवाओं के कारण 67 लोगों की जान चली गई। यह संख्या प्रांतीय प्रशासन द्वारा शुरू में दिए गए आंकड़ों के दोगुने से अधिक है। पंजाब के स्वास्थ्य सचिव जहांजेब खान ने कल एक संवाददाता के सवाल का जवाब देते हुए, जान गंवाने वाले मरीजों की कुल संख्या की पुष्टि की।
इससे पहले, पंजाब सरकार ने लाहौर के ‘पंजाब इन्स्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी’ में दिल की बीमारी के केवल 28 मरीजों की मौत होने की पुष्टि की थी। नकली दवाओं से मौत संबंधी तथ्यों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली पीएमएल.एन सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। ‘पंजाब इन्स्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी’ में यह दवाएं गरीब और जरूरतमंद मरीजों को वितरित की गई थीं। संघीय जांच एजेंसी ने सोमवार को संघीय प्रशासन के निर्देश पर धरपकड़ शुरू की और तीन औषध कंपनियों के मालिकों को गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले, पंजाब सरकार ने लाहौर के ‘पंजाब इन्स्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी’ में दिल की बीमारी के केवल 28 मरीजों की मौत होने की पुष्टि की थी। नकली दवाओं से मौत संबंधी तथ्यों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली पीएमएल.एन सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। ‘पंजाब इन्स्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी’ में यह दवाएं गरीब और जरूरतमंद मरीजों को वितरित की गई थीं। संघीय जांच एजेंसी ने सोमवार को संघीय प्रशासन के निर्देश पर धरपकड़ शुरू की और तीन औषध कंपनियों के मालिकों को गिरफ्तार कर लिया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं