वाशिंगटन:
अमेरिकी अदालत ने कश्मीरी अलगाववादी गुलाम नबी फई को कश्मीर पर अमेरिका की नीति को अवैध तरीके से प्रभावित करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ काम करने के आरोपों में दो वर्ष कारावास की सजा सुनाई।
वाशिंगटन डीसी के उपनगर वर्जिनिया के एलेक्जेंड्रीया की एक अदालत ने 62 वर्षीय फई को दो साल कारावास और रिहाई के बाद तीन वर्ष तक निगरानी में रहने की सजा सुनाई।
न्यायाधीश लिआम ओ’ग्रैडी ने फई से कहा कि वह पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के किसी भी अधिकारी और एजेंट के साथ कोई संपर्क न रखे।
फई को पिछले वर्ष 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे आईएसआई का ‘पेड एजेंट’ होने का दोषी ठहराया गया।
अदालत में फई का प्रतिनिधित्व नीना गिंसबर्ग कर रही थीं।
फई ने कहा कि वह 25 जून को अपने बेटी के ग्रेजुएशन के बाद समर्पण करेगा।
वाशिंगटन डीसी के उपनगर वर्जिनिया के एलेक्जेंड्रीया की एक अदालत ने 62 वर्षीय फई को दो साल कारावास और रिहाई के बाद तीन वर्ष तक निगरानी में रहने की सजा सुनाई।
न्यायाधीश लिआम ओ’ग्रैडी ने फई से कहा कि वह पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के किसी भी अधिकारी और एजेंट के साथ कोई संपर्क न रखे।
फई को पिछले वर्ष 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे आईएसआई का ‘पेड एजेंट’ होने का दोषी ठहराया गया।
अदालत में फई का प्रतिनिधित्व नीना गिंसबर्ग कर रही थीं।
फई ने कहा कि वह 25 जून को अपने बेटी के ग्रेजुएशन के बाद समर्पण करेगा।
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