जापान (Japan) में पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे (Shinzo Abe) का अंतिम संस्कार उनके परिवार और दोस्तों की मौजूदगी में हुआ. शिंजो आबे को निजी अंतिम विदाई देने के लिए उनके करीबी मंगलवार को टोक्यो टेंपल में इकठ्ठा हुए. जबकि बाहर खड़े लोग अपने नेता की जघन्य हत्या पर शोक मना रहे थे. फिर एक शव ले जाने वाली काली गाड़ी में शिंजो आबे को पार्थिव शरीर को प्रधानमंत्री दफ्तर के बाहर भी कुछ समय के लिए ले जाया गया था. यहां जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके लिए अंतिम प्रार्थना की.
बीबीसी के अनुसार, शिंजो आबे की अंतिम यात्रा देखने के लिए हजारों लोग सड़कों के किनारे उमड़ पड़े. कई अहम स्थानों से गुजरती हुई शिंजो आबे की अंतिम यात्रा टोक्यो के शिनागावा में किरिगाया फ्यूनरल हॉल पहुंची.
67 साल के नेता की शुक्रवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जब वो दक्षिणी जापान के नारा में एक चुनाव प्रचार के दौरान भाषण दे रहे थे. दुनियाभर के नेताओं ने शिंजो आबे की हत्या की निंदा की थी और भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन का शोक भी घोषित किया था. भारत में शिंजो आबे के सम्मान में झंडे को आधा झुकाया गया था.
मंगलवार को टोक्यो में शिंजो आबे के अंतिम संस्कार स्थल के बाहर झंडों को आधा झुका दिया गया. शोकाकुल लोग फूलों के साथ अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने पहुंचे थे. कुछ लोग काले कपड़े पहने पर जोजोजी टेंपल पहुंचे थे ताकि जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले नेता को आखिरी बार सम्मान दे सकें.
संदिग्ध हत्यारे की पहचान 41 साल के तेतसुया यामागामी के तौर पर हुई है. वह फिलहाल पुलिस की कस्टडी में है. उसने बताया था कि उसने आबे को इस लिए निशाना बनाया क्योंकि उसे लगता था कि आबे एक ऑर्गनाइजेशन से जुड़े हैं जिसे वो पसंद नहीं करता था.
41 साल की कंसल्टेंट त्सुकासा योकावा ने एएफपी से कहा, मैं ये दुख भुला नहीं सकती, इसलिए मैं यहां फूल रखने और प्रार्थना करने पहुंची हूं. उन्होंने कहा, " आबे ने दुनिया में जापान का सम्मान बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया था."
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