जापान के पूर्व PM शिन्ज़ो आबे का अंतिम संस्कार शुरू, PM नरेंद्र मोदी सहित दुनियाभर के नेता मौजूद

Shinzo Abe Funeral: जापान (Japan) के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) के तोक्यो (Tokyo) में हो रहे राजकीय अंतिम संस्कार (State Funeral) कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.आबे (67) की आठ जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. 

जापान (Japan) के पूर्व PM शिन्ज़ो आबे (Shinzo Abe) का राजकीय अंतिम संस्कार (Sate Funeral) कार्यक्रम शुरु हो चुका है. PM नरेंद्र मोदी (PM Modi) सहित दुनियाभर के नेता मौजूद हैं. आबे के अंतिम संस्कार में 20 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों के प्रमुखों सहित 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के मंगलवार को तोक्यों में होने वाले राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.आबे (67) की आठ जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.  इस हमले के दौरान पुलिस की मौजूदगी के बावजूद हमलावर ने वारदात को अंजाम दिया.

शिंज़ो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में आने वाले खर्चे को लेकर भी जापान में विरोध हो रहा था. शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार पर करीब 1.7 बिलियन येन (करीब 12 मिलियन डॉलर) का खर्चा आने की बात कही जा रही है. प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को इस कार्यक्रम को रोकने के लिए याचिकाओं, विरोध प्रदर्शनों और अदालत में चुनौतियों का सामना करना पड़ा. 

जापान की समाचार एजेंसी ‘क्योदो' ने पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा कि पुलिस किसी भी तरह की सुरक्षा चूक से बचने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है.

पुलिस प्रमुख मार्गों और जे.आर. तोक्यो स्टेशन के अलावा उन स्थानों पर भी कड़ी नजर रख रही है, जहां लोगों की भीड़ जुटती है.

सरकार ने कहा कि तोक्यो में निपोन बुडोकान हॉल के पास स्थित एक पार्क में आम जनता द्वारा आबे को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए इंतजाम किए गए हैं.

प्रधानमंत्री मोदी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए तोक्यो पहुंचे हैं. 

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पीएम मोदी ने यहां कहा कि ये दुःख की घड़ी में आज हम मिल रहे हैं. आज जापान आने के बाद मैं अपने-आपको ज्यादा शोकातुर अनुभव कर रहा हूं, क्योंकि पिछली बार जब मैं आया तो आबे सान से बहुत लम्बी बातें हुई थीं और कभी सोचा ही नहीं था कि जाने के बाद ऐसी खबर सुनने की नौबत आएगी.