विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ट्रेडोस एदहनॉम घेब्रेयीसस ने कांगो में इबोला वायरस के प्रकोप की बात कहते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) घोषित किया है. 1 अगस्त, 2018 में कांगो में इबोला के फैलने के बाद से इस मुद्दे पर हुई इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशंस इमरजेंसी कमिटी की यह चौथी बैठक है. बैठक के दौरान ही आपातकाल की घोषणा की गई.
समिति ने हाल के घटनाक्रमों के आधार पर अनुरोध किया. इसमें गोमा में पहला स्पष्ट मामला. गोमा, रवांडा की सीमा से लगा स्थान है, जहां पर करीब 20 लाख की आबादी है. इसके साथ ही यह कांगो और दुनिया के बाकी हिस्सों का प्रवेश भी है.
हाल फिलहाल में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी आंकड़ों में करीब 650 लोगों के इस वायरस से मारे जाने की जानकारी दी गई है. वहीं हर दिन इससे संबंधित 12 नए मरीज सामने आ रहे हैं.
इनपुट-आईएएनएस
VIDEO: इबोला वायरस का खतरा भारत पर भी
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