राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कुछ ऐसा बयान दिया जिससे हिंसा और विरोध की आग में जल रहे अमेरिका में एक और विवाद खड़ा हो गया. ट्रंप ने कहा, 'यह जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) के लिए एक महान दिन है.'बता दें कि पिछले
सप्ताह पुलिस कस्टडी में मृत्यु हो गई थी और जिसके बाद से अमेरिका में पुलिस की बर्बरता और नस्लवाद के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का आरोप है अमेरिकी पुलिस अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिकों के साथ भेदभाव करती है. शुक्रवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'जो कुछ भी पिछले सप्ताह हुआ, हम ऐसा नहीं होने दे सकते. मुझे ऐसा लगता है कि जॉर्ज ऊपर से नीचे देख रहे होंगे और कह रहे होंगे कि ये जो कुछ भी देश में हो रहा है यह काफी अच्छा हो रहा है.'
व्हाइट हाउस ब्रीफिंग के दौरान की गई टिप्पणी फ्लॉयड की मौत के 11 दिन बाद आई और इस बात पर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई कि ट्रम्प ने सोचा कि यह फ्लॉयड के लिए एक महान दिन है?
ट्रम्प ने कहा, "यह समानता के मामले में एक महान, महान दिन है.' यहां तक कि जब वह जातिवाद, पुलिस की बर्बरता और असमानताओं का जवाब देने में असफल होने के कई आरोपों से घिरे हैं जिसके चलते अमेरिका में प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं.
बता दें कि अमेरिका (America) के मिनेसोटा स्थित मिनेपोलिस शहर में 46 साल के अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को जालसाजी से जुड़े एक मामले में पुलिस ने पकड़ा था. जॉर्ज एक रेस्टोरेंट में सिक्योरिटी गार्ड था. घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में साफ दिख रहा है कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी के समय किसी तरह का विरोध नहीं किया. पुलिस ने उसके हाथों में हथकड़ी पहनाई और जमीन पर लिटा दिया.
जिसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने उसकी गर्दन को घुटने से दबा दिया. जॉर्ज कहता रहा कि वह सांस नहीं ले पा रहा है लेकिन अधिकारी ने उसकी गर्दन से पैर नहीं हटाया और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया. अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. जॉर्ज की मौत से लोग आक्रोशित हो गए और रंगभेद की बात पर शहर में बवाल शुरू हो गया. देखते ही देखते अमेरिका के कई राज्यों में इस चिंगारी की लपटें उठने लगीं.
अमेरिका के कई शहरों में दुकानों में लूटपाट की गई. पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए आंसू गैस और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया. गोली लगने से एक शख्स की मौत हुई है. पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है कि क्या किसी स्टोर के मालिक ने उस शख्स को गोली मारी है. व्हाइट हाउस ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति ट्रम्प इस घटना से बेहद दुखी हैं और वह चाहते हैं कि जॉर्ज फ्लॉयड को इंसाफ मिले लेकिन इसकी आड़ में अराजकता जरा भी स्वीकार नहीं की जाएगी.
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