डोनाल्ड ट्रंप
न्यूयॉर्क:
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम न्यूयॉर्क शहर की इमारतों से हटने जा रहा है. समाचार एजेंसी एफे न्यूज के मुताबिक, मैनहट्टन में हडसन नदी के किनारे स्थित इन गगनचुंबी इमारतों में रहने वाले अधिकतर लोगों ने बुधवार को एक याचिका पर हस्ताक्षर किए. इस याचिका में इमारतों के अगले हिस्से से 'ट्रंप प्लेस' हटाने के लिए अभियान शुरू किया गया है.
रियल एस्टेट कंपनी 'इक्विटी रेजिडेंशियल' ने ट्रंप का नाम हटाने का फैसला किया. इस ऑनलाइन याचिका पर हाल के कुछ सप्ताह में 1,325 में से 669 रहने वालों ने हस्ताक्षर किएथे. रियल एस्टेट कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हम मौजूदा समय में 140, 160 और 180 रीवरसाइड पर स्थित इमारतों के नाम बदलने की प्रक्रिया में हैं. हम सहज व आम नाम खोजने की
कोशिश कर रहे हैं, ताकि मौजूदा और भावी नागरिक इससे खुद को जोड़ सकें."
लोगों के एक समूह ने अक्टूबर में याचिका अभियान शुरू किया था. उस दौरान राष्ट्रपति चुनाव के अभियान के दौरान ट्रंप का महिलाओं पर भद्दी टिप्पणी वाला एक दशक पुराना वीडियो जारी होने से खासा विवाद हुआ था.
लोगों ने यह कहते हुए इन इमारतों में रहने से इनकार कर दियाकि वह इस तरह की इमारत में रहने पर शर्मिदा हैं, जिस पर ट्रंप का नाम लिखा है. याचिका के मुताबिक, "ट्रंप का महिलाओं की ओर भद्दा रवैया, नस्लवाद का उनका इतिहास, अप्रवासियों पर विवादास्पद बयान, विकलांगों का मजाक बनाने वाली टिप्पिणयां, कर चोरी के मामले और उनका झूठ बोलना उन मूल्यों के खिलाफ है, जिसमें हम और हमारे परिवार विश्वास करते हैं."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रियल एस्टेट कंपनी 'इक्विटी रेजिडेंशियल' ने ट्रंप का नाम हटाने का फैसला किया. इस ऑनलाइन याचिका पर हाल के कुछ सप्ताह में 1,325 में से 669 रहने वालों ने हस्ताक्षर किएथे. रियल एस्टेट कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हम मौजूदा समय में 140, 160 और 180 रीवरसाइड पर स्थित इमारतों के नाम बदलने की प्रक्रिया में हैं. हम सहज व आम नाम खोजने की
कोशिश कर रहे हैं, ताकि मौजूदा और भावी नागरिक इससे खुद को जोड़ सकें."
लोगों के एक समूह ने अक्टूबर में याचिका अभियान शुरू किया था. उस दौरान राष्ट्रपति चुनाव के अभियान के दौरान ट्रंप का महिलाओं पर भद्दी टिप्पणी वाला एक दशक पुराना वीडियो जारी होने से खासा विवाद हुआ था.
लोगों ने यह कहते हुए इन इमारतों में रहने से इनकार कर दियाकि वह इस तरह की इमारत में रहने पर शर्मिदा हैं, जिस पर ट्रंप का नाम लिखा है. याचिका के मुताबिक, "ट्रंप का महिलाओं की ओर भद्दा रवैया, नस्लवाद का उनका इतिहास, अप्रवासियों पर विवादास्पद बयान, विकलांगों का मजाक बनाने वाली टिप्पिणयां, कर चोरी के मामले और उनका झूठ बोलना उन मूल्यों के खिलाफ है, जिसमें हम और हमारे परिवार विश्वास करते हैं."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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