हश मनी केस (Hush Money Case) में आज अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को सजा सुनाएगी जाएगी. इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से सजा टालने की अपील की गई थी, जिसे कोर्ट की तरफ से खारिज कर दिया गया. हालांकि डोनाल्ड ट्रंप को आज वर्चुअल तरीके से कोर्ट में पेश होने का विकल्प दिया गया है. एक बात साफ है कि ट्रंप को जेल की सजा नहीं होगी. लेकिन ये बात तय मानी जा रही है कि ट्रंप को सजा से कोई राहत नहीं मिलने जा रही है.
कोर्ट में ट्रंप के वकीलों ने दी क्या दलील
ट्रंप के वकीलों ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) में एक पुराने फैसले का हवाला दिया है. जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति को कुछ मामलों में आपराधिक आरोपों से सुरक्षा मिलती है, जिसे इम्यूनिटी कहा जाता है. वकीलों ने कहा था कि इस फैसले के आधार पर उनके खिलाफ जो सबूत इस्तेमाल हुए हैं, उन्हें राष्ट्रपति की सुरक्षा के तहत गुप्त रखा जाना चाहिए. क्योंकि वो जल्द ही शपथ लेने जा रहे हैं, इसलिए उनका ध्यान भटकाने से बचाने के लिए फैसला सुनाने में थोड़ी देर करनी चाहिए.
20 जनवरी को शपथ लेंगे डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जज के आदेश को 'अवैध राजनीतिक हमला' बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि मामला 'एक धांधली के अलावा कुछ नहीं' है. ट्रंप के बचाव पक्ष के वकीलों ने तर्क दिया था कि राष्ट्रपति पद के दौरान उनके ऊपर मामले का लटका रहना उनके शासन करने की क्षमता को बाधित करेगा. सजा सुनाए जाने के बाद ट्रंप के लिए अपील का रास्ता साफ हो जाएगा.
किस मामले में होगा सजा का ऐलान
ट्रंप पर एक पोर्न स्टार को किए गए भुगतान को कानूनी खर्च के रूप में अकाउंट बुक्स में दिखाकर कानून का उल्लंघन करने का आरोप था. भुगतान ट्रंप के वकील के माध्यम से पोर्न स्टार को किया गया था ताकि वह रिपब्लिबकन नेता के साथ अपने यौन संबंध के बारे में खामोश रहें. राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के खिलाफ़ चुनाव लड़ने वाली कमला हैरिस और उनके समर्थकों ने इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाया था. वहीं चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने खुद को राजनीतिक रूप से प्रेरित अभियोगों से पीड़ित एक शहीद के रूप में पेश किया.
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