
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से फोन पर बात की और कहा कि मास्को यूक्रेन युद्ध का बातचीत के जरिए अंत चाहता है, लेकिन वह अपने मूल लक्ष्यों से पीछे नहीं हटेगा. बातचीत में ट्रम्प ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई को शीघ्र समाप्त करने का मुद्दा फिर उठाया.
दोनों ने यूक्रेन में तीन साल से अधिक पुराने संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाली शांति वार्ता के ठप हो जाने और वाशिंगटन द्वारा कीव को कुछ हथियारों की खेप रोक दिए जाने के बाद यह बात कही. क्रेमलिन ने कहा कि यह बातचीत लगभग एक घंटे तक चली. ट्रम्प मॉस्को और कीव दोनों से निराश हैं क्योंकि लड़ाई को समाप्त करने के अमेरिकी प्रयासों में कोई सफलता नहीं मिली है.
पुतिन ने ट्रम्प को पिछले महीने रूस और यूक्रेन के बीच युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के आदान-प्रदान के लिए हुए समझौतों के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी और बताया कि मास्को कीव के साथ वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है.
पुतिन के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा, हमारे राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि रूस अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करेगा. मूल कारणों को समाप्त करना जिनके कारण वर्तमान स्थिति और टकराव उत्पन्न हुआ है. रूस इन लक्ष्यों से पीछे नहीं हटेगा.'
उशाकोव ने कहा, 'व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम संघर्ष का राजनीतिक और बातचीत से समाधान तलाशना जारी रखेंगे.'
उशाकोव ने बताया कि पिछले महीने ट्रंप ने रूस और जापान के बीच युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के शामिल होने के बारे में जानकारी दी थी और बताया था कि मॉस्को कीव के साथ बातचीत जारी रखने की तैयारी है.
यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों का कहना है कि यह एक साम्राज्यवादी शैली के युद्ध के लिए एक दिखावटी बहाना है. लेकिन ट्रम्प ने अपनी पिछली सार्वजनिक टिप्पणियों में यूक्रेन के लिए नाटो सदस्यता स्वीकार करने से मास्को के इनकार के प्रति सहानुभूति दिखाई है.
ट्रम्प ने पिछले महीने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला करने के लिए अमेरिकी सैन्य बमवर्षक विमान भेजे थे, जिसकी मास्को ने अकारण और अवैधानिक कदम बताते हुए निंदा की थी.
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