फाइल फोटो
ढाका:
ढाका के एक कैफे के अंदर लोगों को बंधक बनाने वाले बंदूकधारियों ने उनके धर्म का पता लगाने के लिए उनसे कुरान की आयतें पढ़ने को कहा और ऐसा नहीं कर सकने वालों को प्रताड़ित किया। एक प्रत्यक्षदर्शी के परिवार ने यह बताया है।
हसनत करीम की पत्नी शरमीन करीम और बेटी सफा (13) और रयान (8) गुलशन राजनयिक क्षेत्र के होली आर्टिसन बेकरी में उस वक्त सफा का जन्म दिन मना रहे थे, जब बंदूकधारी कैफे में घुसे।
करीम ने बताया कि बंदूकधारियों ने बांग्लादेशी नागरिकों से क्रूर व्यवहार नहीं किया। इसके बजाय उन्होंने सभी बांग्लादेशियों को रात का भोजन दिया। वे हर किसी से कुरान की आयतें पढ़ाकर उनकी धार्मिक पृष्ठभूमि की जांच कर रहे थे। जिन्होंने एक दो आयतें सुना दी, उन्हें बख्श दिया। अन्य को प्रताड़ित किया गया। आतंकवादियों ने 20 बंधकों की हत्या कर दी। मारे गए लोगों का गला रेता गया है।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हसनत करीम की पत्नी शरमीन करीम और बेटी सफा (13) और रयान (8) गुलशन राजनयिक क्षेत्र के होली आर्टिसन बेकरी में उस वक्त सफा का जन्म दिन मना रहे थे, जब बंदूकधारी कैफे में घुसे।
करीम ने बताया कि बंदूकधारियों ने बांग्लादेशी नागरिकों से क्रूर व्यवहार नहीं किया। इसके बजाय उन्होंने सभी बांग्लादेशियों को रात का भोजन दिया। वे हर किसी से कुरान की आयतें पढ़ाकर उनकी धार्मिक पृष्ठभूमि की जांच कर रहे थे। जिन्होंने एक दो आयतें सुना दी, उन्हें बख्श दिया। अन्य को प्रताड़ित किया गया। आतंकवादियों ने 20 बंधकों की हत्या कर दी। मारे गए लोगों का गला रेता गया है।
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