बांग्लादेश ने आगामी राष्ट्रीय चुनावों से पहले भारतीय मूल के इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को देश में एंट्री करने से अस्थायी रूप से रोक लगा दी है. अधिकारियों ने इस फैसले के पीछे सुरक्षा और लॉजिस्टिक चिंताओं का हवाला दिया है. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब देश एक संवेदनशील चुनाव-पूर्व अवधि की ओर बढ़ रहा है.
यू-टर्न की वजह
शुरुआत में, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने नाइक के दौरे को मंजूरी दे दी थी, जो कि पिछली शेख हसीना सरकार के रुख के उलट था. हसीना सरकार ने 2016 के ढाका आतंकी हमले के बाद नाइक के 'पीस टीवी' पर रोक लगा दी थी.पर अब गृह मंत्रालय की कानून-व्यवस्था कोर कमेटी की एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद इस निर्णय को बदल दिया गया. अधिकारियों ने यह आकलन किया कि नाइक की उपस्थिति से भारी भीड़ जुट सकती है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने फैसला किया है कि नाइक के दौरे पर विचार चुनावों के बाद ही किया जाएगा.
भारत में वान्टेड
गौरतलब है कि जाकिर नाइक भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने के आरोपों में वान्टेड है और 2016 से मलेशिया में रह रहा है. भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है. बांग्लादेश के इस यू-टर्न को देश में चुनावी स्थिरता बनाए रखने और संभावित रूप से भारत की सुरक्षा चिंताओं पर विचार करने के रूप में देखा जा रहा है.
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