पेरू में हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए रात में कर्फ्यू का आदेश, अब तक 40 लोगों की हो चुकी है मौत

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता मार्टा हर्टाडो ने अधिकारियों से "मौतों और चोटों की त्वरित, निष्पक्ष और प्रभावी जांच करने को कहा है. साथ ही दोषियों को को जिम्मेदार ठहराने और पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए कहा है.

पेरू में हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए रात में कर्फ्यू का आदेश, अब तक 40 लोगों की हो चुकी है मौत

पुनो क्षेत्र में रात भर, प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में दुकानों में लूटपाट की.

लीमा:

पेरू ने मंगलवार को हिंसक विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए दक्षिणी पुनो क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा की है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 18 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने यह घोषणा की. तीन दिवसीय रात का कर्फ्यू रात 8:00 बजे से सुबह 4:00 बजे (0100 से 0900 GMT) तक चलेगा. यह फैसला पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को अपदस्थ करने के विरोध में एक महीने में हुई मौतों की संख्या बढ़कर 40 हो जाने के बाद आया है. इन 40 लोगों में सोमवार रात मारे गए 18 लोग भी शामिल हैं.

दुकानों में हुई लूटपाट

बोलिविया की सीमा से पुनो क्षेत्र लगा हुआ है और कई आयमारा स्वदेशी लोगों का घर है. यह क्षेत्र कैस्टिलो समर्थकों के विरोध प्रदर्शन का केंद्र बन गया है. यहां रात भर, प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में दुकानों में लूटपाट की और पुलिस वाहनों पर हमला किया. वहां अधिकांश रक्तपात तब हुआ, जब प्रदर्शनकारियों ने जूलियाका शहर में हवाईअड्डे पर धावा बोलने की कोशिश की. जूलियाका अस्पताल के एक अधिकारी के अनुसार, चौदह लोगों की मौत हो गई, इनमें से कई को बंदूक की गोली लगी थी. जूलियाका में एक शॉपिंग सेंटर में तोड़फोड़ के दौरान तीन और लोगों की मौत हो गई. इसमें एक पुलिस अधिकारी भी था, जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसके वाहन में आग लगने से उसकी मौत हो गई.

पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी से भड़की हिंसा

सरकार ने जूलियाका में सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया है. दावा किया है कि हवाईअड्डे की रखवाली करने वालों को हजारों प्रदर्शनकारियों द्वारा "तख्तापलट" का सामना करना पड़ा, लेकिन संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता मार्टा हर्टाडो ने अधिकारियों से "मौतों और चोटों की त्वरित, निष्पक्ष और प्रभावी जांच करने को कहा है. साथ ही दोषियों को को जिम्मेदार ठहराने और पीड़ितों को न्याय और निवारण तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कहा है. पेरू में विरोध प्रदर्शन एक महीने पहले शुरू हुआ था. पूर्व राष्ट्रपति और वामपंथी पेड्रो कैस्टिलो को भ्रष्टाचार और संसद को भंग कर शासन करने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद से पुनो और जूलियाका शहरों में तनाव बढ़ गया था. यहां सप्ताह भर से आम हड़ताल के कारण सभी दुकानें बंद हैं. प्रदर्शनकारियों ने देश के 25 विभागों में से छह में सड़क जाम कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि 53 अलग-अलग सड़कें ब्लॉक हैं.

यह भी पढ़ें-

2023 में मंदी के करीब रह सकती है दुनिया की इकोनॉमी, वर्ल्ड बैंक ने ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 1.7% किया

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

अमेरिका और भारत के बीच रक्षा संबंध बेहद अहम: पेंटागन प्रेस सचिव