अमेरिका के ताइवान को हथियार बेचने को लेकर चीन भड़क गया है. चीन ने अमेरिका की पांच हथियार बनाने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री के भड़काऊ कदम के जवाब में चीन ने पांच अमेरिकी सैन्य निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है.
ताइवान को अपना क्षेत्र मानता चीन
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री के कारण वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है, हालांकि, ताइवान की सरकार इस दावे को खारिज करती रही है. ये प्रतिबंध ताइवान में 13 जनवरी को होने वाले राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों से पहले लगाए गए हैं, जिसे चीन ने युद्ध और शांति के बीच एक विकल्प के रूप में चुना है.
हथियारों की बिक्री से शांति-स्थिरता को खतरा: चीन
अमेरिकी विदेश विभाग ने पिछले महीने ताइवान की सामरिक सूचना प्रणालियों को बनाए रखने में मदद के लिए उपकरणों की $300 मिलियन की बिक्री को मंजूरी दी थी. चीनी प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि हालिया हथियारों की बिक्री "चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को गंभीर रूप से कमजोर करती है, ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से खतरे में डालती है."
अमेरिका की इन कंपनियों पर प्रतिबंध
चीन ने जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है, उनमें बीएई सिस्टम्स लैंड एंड आर्मामेंट्स, एलिएंट टेकसिस्टम्स ऑपरेशंस, एयरोइरोनमेंट, वियासैट और डेटा लिंक सॉल्यूशंस शामिल हैं. चीन के प्रवक्ता ने कहा कि चीन इन कंपनियों की संपत्ति जब्त कर लेगा और चीन में लोगों या संगठनों को उनसे जुड़ने पर प्रतिबंध लगा देगा. अमेरिका में स्थिति अमेरिकी दूतावास ने इस मुद्दा पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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