बीजिंग:
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने अपने 8.875 करोड़ सदस्यों से एक दूसरे को ‘कामरेड’ कहकर संबोधित करने को कहा. माओत्से तुंग युग में साम्यवादी माहौल में एक दूसरे को संबोधित करने के लिए यही शब्द प्रयोग किया जाता था जिसे समलैंगिक समुदाय से संदेहात्मक संबंधों को लेकर हटा दिया गया था.
लिखित दिशानिर्देश में कहा गया कि पार्टी के अंदर सभी सदस्य अब एक दूसरे को कामरेड कहकर संबोधित करें. हॉन्गकॉन्ग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने खबर दी कि सीपीसी के सदस्यों से एक दूसरे को कामरेड कहकर संबोधित करने के लिए कहने वाला लिखित दिशानिर्देश पार्टी द्वारा जारी किया गया.
खबर में कहा गया कि हालांकि आज के समय में ऐसा पुराना संबोधन भ्रम पैदा कर सकता है चूंकि कामरेड शब्द या चीन की भाषा में ‘टोंगझी’ समलैंगिकों के संदर्भ में भी प्रयुक्त होता है.
नया निर्देश ऐसे समय जारी किया गया जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को सीपीसी की पिछले महीने हुई पूर्ण सत्र की बैठक में ज्यादा शक्तिशाली नेता बनाकर उन्हें माओ और सुधारवादी नेता तंग श्याओपिंग तथा उनके उत्तराधिकारी च्यांग चेमिन के बराबर लाकर खड़ा कर दिया. एक दूसरे को ‘कामरेड’ कहकर संबोधित करने के निर्देश की हालांकि विश्लेषकों ने आलोचना की.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लिखित दिशानिर्देश में कहा गया कि पार्टी के अंदर सभी सदस्य अब एक दूसरे को कामरेड कहकर संबोधित करें. हॉन्गकॉन्ग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने खबर दी कि सीपीसी के सदस्यों से एक दूसरे को कामरेड कहकर संबोधित करने के लिए कहने वाला लिखित दिशानिर्देश पार्टी द्वारा जारी किया गया.
खबर में कहा गया कि हालांकि आज के समय में ऐसा पुराना संबोधन भ्रम पैदा कर सकता है चूंकि कामरेड शब्द या चीन की भाषा में ‘टोंगझी’ समलैंगिकों के संदर्भ में भी प्रयुक्त होता है.
नया निर्देश ऐसे समय जारी किया गया जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को सीपीसी की पिछले महीने हुई पूर्ण सत्र की बैठक में ज्यादा शक्तिशाली नेता बनाकर उन्हें माओ और सुधारवादी नेता तंग श्याओपिंग तथा उनके उत्तराधिकारी च्यांग चेमिन के बराबर लाकर खड़ा कर दिया. एक दूसरे को ‘कामरेड’ कहकर संबोधित करने के निर्देश की हालांकि विश्लेषकों ने आलोचना की.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं