चीन (China) का एक लीक हुआ डेटाबेस (Leaked Database) दिखाता है कि चीन में हजारों उईगुर (Uyghurs Muslims) मुस्लिमों को हिरासत में रखा गया है. इससे उईगुर परिवारों को यह जानने में मदद मिलेगी कि उनके खोए हुए परिजन कहां हैं जो कि चीन के शिनजियांग प्रांत में सराकरी प्रताड़ना के चलते गायब हो गए हैं. शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि 10 लाख से अधिक उईगुर, और दूसरे जो अधिकतर मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के हैं उन्हें डिटेंशन सेंटर्स और कैद में गुप्त तरीके से रखा गया है. कई हमलों के बाद यह चीन की आतंक निरोधी परियोजना का हिस्सा है.
हालांकि शिनजियांग (Xinjiang) प्रांत में चीन के अत्याचारों पर जानकारी चीन के कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) के सदस्य खुफिया तरीके से रखते हैं. इससे परिजन हिरासत में लिए गए लोगों से मिल नहीं पाते और पुलिस से भी कोई जवाब नहीं मिलता है. केवल कुछ लोगो को ही शिनजियांग में सार्वजनिक तौर पर कोर्ट से नोटिस मिल पाता है.
अब्दुर्रशीद, जो कि अब तुर्की में रहती हैं, उन्होंने पांच साल पहले अपने परिवार से संपर्क खो दिया. केवल 2020 में जाकर अंकारा में मौजूद चीनी दूतावास ने यह पुष्टि की कि उनका छोटा भाई मेमेतिली और उनके माता-पिता को आतंक संबंधी अपराध में जेल में डाला गया है.
लेकिन एक संदिग्ध पुलिस लिस्ट इस उईगुर कार्यकर्ता को चीन से बाहर पहुंचाई गई जिसमें बताया गया है कि मेमेतिली को उनके घर से करीब 600 किलोमीटर दूर अक्सू के पास एक जेल में रखा गया है.
चीन के दूतावास ने की पुष्टि
मेमेतिली को 15 साल और 11 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है ....डॉक्यूमेंट्स दिखाते हैं...अंकारा में मौजूद चीन के दूतावास ने इस आंकड़े की पुष्टि की है.
33 साल की अब्दुर्रशीद ने इस्तांबुल में 2015 से रह रही हैं. उन्होंने एएफपी को बताया, यह उस से तो कहीं बेहतर है जब मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि वो कहां है. थोड़ी खुशी है."
उन्होंने कहा, "मैं कई बार वहां का मौसम देखती हूं, यह देखने के लिए कि वहां सर्दी है या गर्मी."
जिस डेटाबेस के बारे में बात हो रही है, और जिसे एएफपी को दिखाया गया, यह 10,000 से अधिक हिरासत में लिए गए उईगुरों की लिस्ट है जिन्हें दक्षिणीपश्चिमी शिनजियांग के कोनाशेहर ग्रामीण इलाके से उठाया गया. इनमें से करीब 100 अब्दुर्रशीद के गांव से हैं.
उनके मां-बाप कहां हैं, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है. साथ ही उनके बड़े भाई के बारे में भी जिसके भी हिरासत में होने की आशंका है.
वह कहती हैं, जब मैनें यह लिस्ट खोजी, तो मुझे लगा कि जैसे मैं सांस नहीं ले पा रही.
लिस्ट में क्या जानकारी?
लीक हुई लिस्ट में हर कैदी का नाम, जन्मदिवस, जातीयता, आईडी नंबर, आरोप, पता, सजा की अवधि और जेल के बारे में लिखा हुआ है. इस डेटाबेस की प्रामाणिकता के बारे में स्वतंत्र पुष्टि करना संभव नहीं है. लेकिन एफपी ने चीन से बाहर रह रहे पांच उईगुरों से बात की जिन्होंने हिरासत में लिए गए परिजनों और जानकारों की लिस्ट में से पहचान की. कुछ लोगों के लिए यह सालों में उन्हें अपने परिवार जनों के बारे में मिली पहली सूचना थी. हर गांव-कस्बे से कई सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है. डेटाबेस दिखाता है कि कई बार से एक ही परिवार के कई लोग हिरासत में लिए गए.
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड में ईस्ट एशियन स्टडीज़ के लेक्चरर डेविड टॉबिन कहते हैं, यह साफ तौर पर आतंक-विरोधी कार्रवाई नहीं है. यह घर-घर जाकर कई लोगों को दूर ले जाना है. यह दिखाता है कि कितने बड़े पैमाने पर चीन में उईगुरों को निशाना बनाया जा रहा है और वो कैसे उस क्षेत्र से गायब हो रहे हैं."
सरकारी आंकड़ा दिखाता है कि शिनजियांग की अदालत में सजा दिए गए लोगों की संख्या 2014 में 21,000 थी जो 2018 में 133,000 हो गई.
कई दूसरे उईगुरों पर कभी किसी अपराध का आरोप नहीं लगा, उन्हें "री-एजुकेशन कैंपों" में भेज दिया गया जो पूरे शिनजियांग में फैले हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं