चीन ने अमेरिकी द्वारा प्रतिबंधित सैन्य जनरल को रविवार को देश का नया रक्षा मंत्री नियुक्त किया. चीन ने ऐसा करके एक तरह से यह प्रदर्शित किया कि वह अपने सैन्यकर्मियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों को तवज्जो नहीं देता है. अमेरिका ने रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए 2018 में चीन के उपकरण विकास विभाग (ईडीडी) द्वारा रूसी सुखोई एसयू-35 लड़ाकू विमान और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एस-400 की खरीद करने के लिए एयरोस्पेस इंजीनियर एवं पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जनरल, जनरल ली शांगफू पर प्रतिबंध लगाया था.
अमेरिका ने ईडीडी और उसके तत्कालीन निदेशक जनरल ली, दोनों पर प्रतिबंध लगाया था. रविवार को जनरल ली की चीन की संसद, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (सीपीसी) द्वारा नये रक्षा मंत्री के रूप में पुष्टि की गई. वह जनरल वेई फेंघे का स्थान लेंगे. जनरल ली को विभिन्न मंत्रालयों के लिए नये कैबिनेट मंत्रियों के साथ नियुक्त किया गया. चीन में प्रत्येक 10 साल पर चीनी सरकार के अधिकारी बदल दिये जाते हैं.शनिवार को जनरल ली को केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था जो चीनी सेना की उच्च कमान है और इसका नेतृत्व राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पास है.
अमेरिकी रक्षा विभाग की 2022 चीन सैन्य रिपोर्ट में जनरल ली को जनरल अधिकारी के रूप में वर्णित किया गया जो शी को ‘‘अंतरिक्ष मुद्दों पर सैन्य आधुनिकीकरण के संबंध में तकनीकी विशेषज्ञता'' प्रदान करते हैं.
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